लखनऊ, 15 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने साफ कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण ही केंद्र में भाजपा की सरकार बनी। इस बीच मायावती ने उन्नाव में 100 से अधिक शव पाए जाने के मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की।
अपने जन्मदिन का केक काटने के बाद लखनऊ में पार्टी कार्यालय में मायावती ने मीडिया को संबोधित किया। भाजपा ने कोई भी करिश्मा नहीं किया, लेकिन कांग्रेस की गलत नीतियों से परेशान हो चुकी जनता ने केंद्र में भाजपा की सरकार बना दी।
उन्होंने कहा, “भाजपा ने इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की गलत नीतियों का पूरा लाभ लिया। हम तो लगातार सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए कांग्रेस को बाहर से समर्थन देते रहे। मगर अब भाजपा के साथ कांग्रेस भी दलित कार्ड खेल रही है। केंद्र की सरकार अब दलितों को लुभाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। केंद्र की भाजपा सरकार पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है।”
उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ चुनावी स्टंट के सहारे देश के कई राज्य में सरकार बना रही है, लेकिन बसपा को चुनावी स्टंट से फर्क नहीं पड़ता है। कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी की तरह ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दलितों को रिझा रहे हैं।
बकौल मायावती, “दलितों के घर अगर मोदी भी खिचड़ी खाएं तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा। भाजपा ने देश में ‘अच्छे दिन’ लाने का सपना दिखाकर जनता को गुमराह किया। इस पार्टी ने आम जनता को प्रलोभन भरे सपने दिखाए थे, मगर अब हकीकत सामने आ रही है और लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।”
बसपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में देश में सांप्रदायिकता व जातिवाद काफी बढ़ा है। इससे लोग परेशान हैं। सरकार सिर्फ पूंजीपतियों व धन्नासेठों को अधिक लाभ देने की योजनाएं तैयार कर रही है। देश की जनता का कुछ ही महीने में केंद्र सरकार से मोह भंग हो गया है।
बसपा की मुखिया मायावती ने कहा कि इस बार अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें आधे से ज्यादा कम हुई हैं, लेकिन भाजपा सरकार ने सिर्फ पेट्रोल के दाम घटाए, वह भी नाम मात्र का।
उन्होंने कहा कि जब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल व डीजल के दाम काफी कम हुए हैं और हो रहे हैं, फिर भी केंद्र सरकार देश की जनता को अधिक लाभ क्यों नहीं दे रही है?
बसपा प्रमुख ने प्रदेश की सपा सरकार पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि तीन वर्ष के कार्यकाल में सपा सरकार उत्तर प्रदेश में पूरी तरह से फेल रही है। कानून व्यवस्था पर सपा सरकार पूरी तरह विफल है। इसी कारण प्रदेश में कोई भी बड़ा आदमी उद्योग लगाने से हिचक रहा है।
मायावती ने कहा कि बेरोजगारी और गरीबी बढ़ती ही जा रही है। कानून व्यवस्था बिगड़ी होने के कारण कोई निवेश के लिए तैयार नहीं है। सरकार निवेश के लिए दर दर पर जाकर मिन्नतें कर रही है। सिर्फ देश ही नहीं, विदेश जाकर भी निवेशकों से मिन्नतें की जा रही हैं। अब प्रदेश के साथ केंद्र सरकार की हर खराब योजना का जमकर विरोध करेंगे।
मायावती ने अपने जन्मदिन पर दिल्ली में चुनाव अभियान की शुरुआत करने के साथ ही अपनी पुस्तक और कलेंडर का विमोचन भी किया। उन्होंने ऐलान किया कि बसपा दिल्ली विधानसभा चुनाव में सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
उन्होंने कहा, “बसपा देश में कहीं पर भी पूंजीपतियों के बल पर चुनाव नहीं लड़ती है। पार्टी के पास अपनी ताकत है। हम अपने बल पर चुनाव लड़ते हैं।”
मायावती ने कहा कि बसपा पर पैसे लेने के आरोप गलत हैं।
उन्होंने नाम लिए बिना पार्टी के राज्यसभा सदस्य जुगुल किशोर पर भी जमकर हमला बोला। मायावती ने कहा कि पतझड़ में खराब पत्ते पेड़ से टूट जाते हैं। वह नेतागीरी क्या करेंगे जो अपने बेटे को विधानसभा का चुनाव भी नहीं जिता सके।
उन्नाव में शव मिलने पर मायावती ने कहा कि इस घटना ने जनता को भयभीत किया है। उन्नाव में शव मिलने की जांच सीबीआई से कराई जाए।
उन्होंने बुलंदशहर में बसपा प्रत्याशी धर्मेद्र चौधरी की हत्या पर काफी दुख जताया। मायावती ने कहा, “बसपा का जनाधार दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। भले ही हमको एक भी सीट न मिले, मगर पार्टी का वोट बैंक बढ़ा है। विरोधी पार्टियां दलितों को गुमराह कर रही हैं।”
उन्होंने कहा, “दलित समुदाय के लोग हमेशा हमारे साथ थे और आगे भी रहेंगे। वे किसी के भी बहकावे में आने वाले नहीं हैं।”
मायावती ने कहा कि देश में इस बार भाजपा को सिर्फ 17 करोड़ वोट मिले हैं। देश में 31 फीसदी वोट पाकर भाजपा केंद्र में आई। भाजपा को यूपी में 58 फीसदी लोगों ने नकार दिया, लोकसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ 42 फीसदी वोट मिले।
उन्होंने कहा, “मेरा जन्मदिन हर जिले में व्यापक रूप से जन्मदिन मनाया जा रहा है। जन्मदिन पर गरीबों की मदद की जाती है, सपा सरकार ने जनहित के सभी कार्यक्रम बंद कर दिए। जन्मदिन पर कई जनकल्याणकारी योजनाओं को शुरू किया था, जिनको सपा ने बंद किया। गरीबों को लाभ पहुंचाने वाली योजनाएं सपा ने बंद की हैं।”
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।