भोपाल, 3 मई – मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को आगामी समय में राज्य में होने वाले विधानसभा के उपचुनावों से बड़ी उम्मीद है और उन्हें इस बात का भरोसा है कि प्रदेश की जनता एक बार फिर उन पर भरोसा जताएगी और कांग्रेस सत्ता में वापसी करेगी। कमल नाथ ने रविवार को संवाददाताओं से वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। उन्होंने अपनी सरकार के 15 माह के कार्यकाल का हिसाब दिया। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने 28 जनवरी से ही कोरेाना से निपटने की तैयारी शुरू कर दी थी। भाजपा द्वारा कोरोना के बजाए आईफा की तैयारी में लगे होने के आरोपों का जवाब भी कमल नाथ ने दिया।
कमल नाथ ने एक साथ 22 विधायकों के पार्टी छोड़ने के सवाल पर कहा, “मैं बहुत समय से राजनीति कर रहा हूं। मुझे राजनीति का लंबा अनुभव है, मगर इस तरह की सौदेबाजी और प्रलोभन का अनुभव नहीं था। इस तरह की महत्वाकांक्षा का नहीं था। किसी व्यक्ति की महत्वाकांक्षा का नहीं था। यह मेरे लिए आश्चर्यजनक था। बेंगलुरू गए विधायकों में से दो ने तो मुझसे बात कर प्रलोभन की बात कही थी।”
कमल नाथ ने वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव की तरह आगामी उपचुनाव में भी जनता द्वारा भरोसा जताने की उम्मीद जताई है। उन्हें इस बात का भरोसा है कि कांग्रेस फिर सत्ता में लौटेगी।
विधानसभा की 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस की क्या स्थिति रहने वाली है और क्या सत्ता में वापसी के आसार है? इस सवाल का कमल नाथ ने सवालिया लहजे में जवाब दिया। उन्होंने कहा, “जिन 24 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं, उनमें से 20 से 22 सीटें कांग्रेस जीतेगी तो क्या मौजूदा सरकार टिक पाएगी।”
कमल नाथ ने कांग्रेस द्वारा विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा करने का दावा किया। उन्होंने कहा, “22 लाख से ज्यादा किसानों के 50 हजार रुपये तक के कर्ज माफ कर दिए गए थे, सात लाख किसानों के एक लाख रुपये तक के कर्ज माफ हो चुके थे। अब वहीं दो लाख रुपये तक के कर्ज माफ किए जाने की तैयारी थी। यह तथ्य कोई भी इंटरनेट पर जाकर देख सकता है।”