श्रीनगर, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर की अनंतनाग संसदीय सीट पर होने वाले उप-चुनाव से ठीक पहले सोमवार को लोगों की भीड़ ने एक स्कूल की इमारत में आग लगा दी।
राज्य में फिर से पनपी अस्थिरता को देखते हुए मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के भाई और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के प्रत्याशी तसादुक हुसैन मुफ्ती ने बुधवार को होने वाले उप-चुनाव को स्थगित करने की मांग की है।
श्रीनगर-बडगाम संसदीय सीट के लिए उप-चुनाव के दौरान रविवार को हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत के बाद सोमवार को घाटी में अलगाववादियों की ओर से आहूत बंद के दौरान घाटी तथा अन्य इलाकों में बाजार, सार्वजनिक परिवहन, शैक्षणिक संस्थान तथा अन्य व्यावसायिक संस्थान बंद हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि पुलवामा, कुलगाम, अनंतनाग और शोपियां जिलों में सोमवार को हिंसक घटनाएं हुईं।
अधिकारी ने बताया कि 10 से अधिक जगहों पर स्थानीय नागरिकों ने सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंके, जिसके चलते सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज किया।
विरोध-प्रदर्शनों के बीच मस्जिदों के लाउडस्पीकर से इस्लाम और आजादी के समर्थन में नारे लगाए गए।
शोपियां में सुरक्षा बलों द्वारा रविवार की रात संदिग्ध हमलावरों की गिरफ्तारी के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए।
इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने एक स्कूल की इमारत को आग लगा दी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि बुधवार को होने वाले उप-चुनाव के लिए इस स्कूल को मतदान केंद्र बनाया गया था।
अनंतनाग के शीर्ष शिक्षा अधिकारी मोहम्मद सादिक ने पत्रकारों को बताया कि स्कूल के तीन कमरे आग से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
इससे पहले रविवार को भी पुलवामा में भीड़ ने एक स्कूल में आग लगा दी थी।
सोमवार को इलाके में अलगाववादियों द्वारा बुलाए गए बंद के बीच सूनी पड़ी सड़कों पर बड़ी संख्या में सश पुलिस एवं अर्धसैनिक बल के जवानों ने गश्त की।
इस बीच सत्तारूढ़ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने अनंतनाग संसदीय सीट के लिए 12 अप्रैल को होने उपचुनाव को स्थगित करने की मांग की है। पार्टी का कहना है कि फिलहाल माहौल चुनाव के अनुकूल नहीं है।
पीडीपी उम्मीदवार तसादुक ने यहां पत्रकारों से कहा, “मैं निर्वाचन आयोग से आग्रह करता हूं कि घाटी की परिस्थितियों को देखते हुए उप-चुनाव स्थगित कर दिया जाए। आठ नागरिकों की मौत हुई है। आप लोगों से मतदान के लिए जबरदस्ती नहीं कर सकते और न ही उन्हें मतदान से रोकने के लिए जबरदस्ती की जा सकती है।”
पूर्व मुख्यमंत्री नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पीडीपी नेताओं का बयान राज्य सरकार की नाकामी को दर्शाता है।
अब्दुल्ला ने कहा, “तसादुक का बयान दर्शाता है कि उनकी बहन महबूबा मुफ्ती की सरकार पर कलंक की तरह है और राज्य सरकार की नाकामी को दर्शाता है। भाजपा को यह सब आखिर दिखाई क्यों नहीं दे रहा।”
उन्होंने कहा, “यह अधिकार पूरी तरह निर्वाचन आयोग का है कि अनंतनाग उप-चुनाव के लिए मतदान स्थगित किया जाए या रद्द किया जाए। लेकिन अगर ऐसा होता है तो महबूबा मुफ्ती को इस्तीफा दे देना चाहिए और राज्यपाल को शासन की बागडोर संभाल लेनी चाहिए।”
श्रीनगर-बडगाम संसदीय सीट के लिए उपचुनाव के दौरान रविवार को भीड़ ने बडगाम में लगभग 100 जगह मतदान केंद्रों पर हमला कर दिया और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के साथ तोड़फोड़ की थी।
कश्मीर विश्वविद्यालय ने सोमवार तथा मंगलवार को पूर्व निर्धारित सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी शांतमनु ने रविवार को बताया कि 50-100 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराए जाएंगे, जहां हिंसा के कारण चुनाव प्रक्रिया बाधित हुई।
उपचुनाव के दौरान रविवार को केवल सात प्रतिशत मतदान हुआ, जो पिछले 27 साल में सबसे कम है।
इस बीच, असामाजिक तत्वों की ओर से अफवाह फैलाने पर रोक लगाने के लिए घाटी में इंटरनेट सेवाएं 12 अप्रैल तक स्थगित करने का फैसला लिया गया है।