नई दिल्ली, 8 सितम्बर- भारतीय थल सेना ने बाढ़ ग्रस्त जम्मू एवं कश्मीर में फंसे 20,000 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। सेना ने कहा कि नौसेना और वायुसेना भी राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि राज्य के विभिन्न इलाकों से 20,000 लोगों को निकाला गया है।
सेना ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यो के लिए 205 टुकड़ियां तैनात की हैं और बाढ़ पीड़ितों के बीच 4,000 कंबल और 90 तंबू बांटे हैं।
बयान में कहा गया है, “सेना ने बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों में 23,000 लीटर पानी और 600 किलोग्राम बिस्कुट भी बांटे।”
बयान में यह भी कहा गया है कि सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा की 60 टीमों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में भेजा गया है।
नौसेना के जवानों ने श्रीनगर-सोपोर राजमार्ग पर स्थित हरिगांव से लगभग 200 लोगों को सुरक्षित निकाला।
नई दिल्ली, मुंबई और विशाखापत्तनम में नौसेना के गोताखोर जम्मू एवं कश्मीर रवाना होने के लिए तैयार हैं।
बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में 45 विमानों और हेलीकॉप्टरों को राहत एवं बचाव कार्य के लिए लगाया गया है।
मंत्रालय ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के लिए 85 टन दवाइयां हेलीकॉप्टरों से भेजी गई हैं और राज्य में 16 राहत शिविर बनाए गए हैं।
वायुसेना ने हेलीकॉप्टरों और परिवहन विमानों की सहायता से 1,245 लोगों को सुरक्षित निकाला है।