श्रीनगर, 29 जनवरी (आईएएनएस)। कश्मीर के मैदानी इलाकों में गुरुवार को हिमपात हुआ। स्थानीय वासियों के चेहरे पर साल के पहले हिमपात की जहां खुशी दिखी, वहीं कड़कड़ाती सर्दी का अंत पास होने का संतोष भी दिखा।
बीते 21 दिसंबर से शुरू हुए 40 दिन लंबे ‘चिल्लई कलां’ को देखते हुए स्थानीय लोग और किसान शुष्क मौसम और दिन में उच्च तापमान को देखकर चिंतित थे।
आम तौर पर सर्दी के मौसम में जम्मू एवं कश्मीर के सभी जलाशय चिल्लई कलां के दौरान हुए हिमपात के कारण लबालब हो जाते हैं, लेकिन इस बार राज्य में यहां तक कि पहाड़ी क्षेत्रों में भी बहुत कम हिमपात हुआ।
श्रीनगर और घाटी के दूसरे हिस्सों में लोगों ने गुरुवार सुबह पहले हिमपात का आनंद लिया।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया, “श्रीनगर में गुरुवार सुबह 0.3 मिलीमीटर हिमपात हुआ। पहलगाम में छह मिलीमीटर, जबकि बनिहाल में चार मिलीमीटर हिमपात हुआ।”
उन्होंने बताया, “एक फरवरी को एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है, जिससे और अधिक हिमपात हो सकता है।”
श्रीनगर में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पहलगाम में शून्य से 2.2 डिग्री नीचे, गुलमर्ग में शून्य से 8.6 डिग्री नीचे करगिल में शून्य से 13.7 डिग्री नीचे और लेह में शून्य से 12.2 डिग्री नीचे दर्ज किया गया।
अधिकारियों ने कहा कि जम्मू क्षेत्र में बनिहाल का न्यूनतम तापमान 0.7 डिग्री सेल्सियस, बाटोटे और भदरवाह में दो डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
जम्मू में गुरुवार का न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।