पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने बुधवार को कहा कि उन्हें करगिल अभियान पर गर्व है। गौरतलब है कि 1999 में पाकिस्तानी सैनिक सरहद पार कर भारतीय सीमा में घुस गए थे। करगिल युद्ध में भारतीय सैनिकों ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब देते हुए खदेड़ दिया था। मुशर्रफ से जब कराची में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान करगिल मुद्दे पर उनकी भूमिका की आलोचना के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने यह टिप्पणी की। करगिल अभियान के दौरान मुशर्रफ पाकिस्तान के आर्मी चीफ थे। बाद में वह प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सरकार को गिराकर सत्ता पर काबिज हो गए। मुशर्रफ ने कहा, ‘मुझे करगिल अभियान पर गर्व है।’ करीब 4 साल तक पाकिस्तान से बाहर रहने के बाद रविवार को वतन लौटे पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने अपनी वापसी के लिए किसी से कोई समझौता नहीं किया है।
मुशर्रफ ने दावा किया कि वह देश और जनता के हित में पाकिस्तान लौटे हैं। पाकिस्तान आने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व सैन्य शासक ने कहा, ‘मैं उन लोगों में से हूं जो देश और उसके नागरिकों के बारे में सोचते हैं।’ पाकिस्तान में 11 मई को होने वाले आम चुनावों के लिए ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग पार्टी की अगुआई करने देश लौटे मुशर्रफ ने कहा कि वह फिलहाल नहीं कह सकते कि उनकी पार्टी कितनी सीटें जीत सकेगी। मुशर्रफ ने सत्ता में अपने कार्यकाल का बचाव करते हुए दावा किया कि पाकिस्तान ने उनके समय में तरक्की की थी।