नई दिल्ली, 19 सितम्बर (आईएएनएस)। भारत को पहला क्रिकेट विश्व कप दिलाने वाले पूर्व कप्तान कपिल देव ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट को लेकर किए जा रहे नवीन प्रयोगों का समर्थन किया और कहा कि यह गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण होगा।
कपिल ने कहा कि नए खिलाड़ियों की मानसिकता बदल चुकी है जिसके परिणामस्वरूप अधिकतर टेस्ट मैच अब नतीजे देने वाले हो रहे हैं।
यहां एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए कपिल ने पत्रकारों से कहा, “टेस्ट क्रिकेट में रोमांच लाना जरूरी हो गया है। जब आप अमेरिका या यूरोप के दूसरे हिस्सों में जाएंगे तो लोग मजाक उड़ाते हैं कि आप लोग पांच-पांच दिन टेस्ट मैच खेलते हैं और वह भी बेनतीजा रहता है।”
कपिल ने कहा, “मेरे खयाल से खेल में रोमांच को होना नए युग की जरूरत है, क्योंकि अब मानसिकता में बदलाव आया है। हम ऐसा नहीं कर रहे कि 90 ओवरों तक खेलने में कोई कला ही नहीं है। बल्कि आज 90 ओवरों तक बल्लेबाजी करना आज भी कला ही है। अगर मैं एक गेंदबाज हूं तो मैं ऐसे बल्लेबाज के खिलाफ गेंदबाजी करना पसंद करूंगा जो मेरे सामने चुनौती पेश करे। अगर बल्लेबाज लगातार पांच ओवर खेलकर एक भी रन नहीं बनाता तो मुझे विकेट नहीं मिलेगा, क्योंकि उसका पूरा ध्यान विकेट बचाने पर ही है।”
कपिल ने आगे कहा, “लेकिन आज गेंदबाज और बल्लेबाज के सामने चुनौती बढ़ चुकी है, क्योंकि मानसिकता में बदलाव आ चुका है।”
कपिल ने मेजबान टीम के अनुसार पिच बनाए जाने की भी वकालत की और कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
उन्होंने कहा, “अगर आप घरेलू माहौल में खेल रहे हैं तो ऐसा क्यों न करें? निश्चित तौर पर मेजबान टीम को घरेलू माहौल का फायदा मिलना चाहिए। आप आस्ट्रेलिया या दक्षिण अफ्रीका खेलने जाइए तो आपको स्पिन के अनुकूल पिच नहीं मिलेगी।”