भुवनेश्वर, 7 अगस्त (आईएएनएस)। ओडिशा के केंद्रापाड़ा में शुक्रवार को लोगों की भीड़ ने स्वयंभू संत श्रीमद सारथी बाबा की यौनाचार संबंधित कथित हरकतों के लिए उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करन के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किए और आंसू गैस के गोले छोड़े।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि संघर्ष में दोनों पक्ष के लोग घायल हुए हैं।
पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने तिनिमुहानी में सड़क जाम कर दिया और पुलिस पर पथराव किया। जिसके कारण मजबूरन लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
पुलिस की अपराध शाखा स्वयंभू संत के कथित यौनाचार की जांच कर रही है। इस स्यंभू संत ने जुलाई में हैदराबाद स्थित एक होटल में अपनी महिला मित्र के साथ तीन दिन बिताए थे।
मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, इस बीच ओडिशा सरकार ने इस घटना को लेकर केंद्रपाड़ा के पुलिस अधीक्षक सतीश गजभिये को स्थानांतरित कर दिया है। उनके स्थान पर आईपीएस अधिकारी नितिनजीत सिंह को नियुक्त किया गया है।
इसके अतिरिक्त सरकार ने पुलिस महानिरीक्षक आर.पी. कोचे को घटनास्थल पर जाकर हालात का जायजा लेने का निर्देश दिया है।
विपक्षी दल कांग्रेस और भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने घटनास्थल का दौरा किया और बाबा तथा गजभिये के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
भाजपा नेता बिजय महापात्रा ने कहा कि गजभिये स्वयंभू संत को बचाने के लिए ‘गुंडों के सरदार’ की तरह बर्ताव कर रहे थे।
कांग्रेस की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष प्रसाद हरिचंदन ने आरोप लगाया कि पुलिस ने लोगों के साथ ऐसा बर्ताव मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के इशारे पर किया।