तुर्की, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) ने इस बात को दोहराया कि जम्मू एवं कश्मीर के लोग अपने भविष्य का फैसला स्वयं करना चाहते हैं और इसमें वह उनका समर्थन करेगा।
ओआईसी के 13वें सम्मेलन से इतर एक बैठक में जम्मू एवं कश्मीर पर ओआईसी संपर्क समूह ने ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के मुताबिक, जम्मू एवं कश्मीर के लोगों द्वारा आत्मनिर्णय का अधिकार पाने के वैध संघर्ष’ का समर्थन जारी रखने की बात कही।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक संपर्क समूह ने कहा, “ओआईसी का सैद्धांतिक रुख जम्मू एवं कश्मीर के लोगों द्वारा अपने भविष्य का फैसला स्वयं करने को लेकर वैध संघर्ष का समर्थन करना और कश्मीरियों के मौलिक अधिकारों व मानवाधिकारों के उल्लंघन से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को अवगत कराते रहना है।”
पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज ने बैठक के दौरान अपने देश के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। बैठक की अध्यक्षता जम्मू एवं कश्मीर पर ओआईसी के महासचिव के विशेष प्रतिनिधि राजदूत अब्दुल्ला अल-अलीम ने की।
बैठक में अजरबैजान व तुर्की के विदेश मंत्रियों और सऊदी अरब व नाइजर के प्रतिनिधियों ने भी शिरकत की।
अजीज ने इस बात को दोहराया कि ‘पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के मुताबिक, जम्मू एवं कश्मीर के लोगों द्वारा अपने भविष्य का फैसला स्वयं करने को लेकर किए जा रहे वैध संघर्ष का कूटनीतिक, नैतिक व राजनीतिक समर्थन करना जारी रखेगा।’
अल-अलीम जल्द ही जम्मू एवं कश्मीर का दौरा करेंगे।
संपर्क समूह की स्थापना साल 1994 में जम्मू एवं कश्मीर पर ओआईसी की नीतियों के समर्थन में हुई थी। अजरबैजान, नाइजर, पाकिस्तान, सऊदी अरब व तुर्की इसके सदस्य हैं।