भोपाल(धर्मपथ)- बारह ज्योतिर्लिंगों में दो मध्यप्रदेश में स्थित हैं,इनमें से एक उज्जैन में व्यवस्था के लिये प्रशासनिक तंत्र है लेकिन ओंकारेश्वर मंदिर इन सब से बिल्कुल अछूता है.वहां की व्यवस्था अभी भी निजी हाथों में है जिससे कई तरह के निर्माण और व्यवस्थाएं श्रधालुओं को नहीं प्राप्त हो पा रही हैं.
यह विडंबना ही है की इतनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी की तरफ भाजपा की सरकार पिछले १० वर्षों में भी ध्यान नहीं दे पायी है.इस जगह तक उज्जैन से सीधी पहुंच सुविधाओं की भी कमी है.जबकि भक्तों का अनवरत आना-जाना लगा रहता है.पहुंच मार्ग की दुर्दशा से सभी की जान पहचान है.रुकने के लिये ठीक व्यवस्था ना होने से भक्त यहाँ रात रुकना पसंद नहीं करते.भक्तों को टेक्स वसूली करने वालों से परेशानी का सामना जरूर करना पड़ता है.भक्तों से कैसे उचित व्यवहार किया जाय यह वहां के प्रशासन को अपने कारिंदों को सिखाना होगा.पुजारियों द्वारा ठगने की शिकायतें आती रहती हैं,जिससे भक्तों का मन खट्टा हो जाता है.