कैनबरा, 9 फरवरी (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलिया की सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी ने सोमवार सुबह को नेतृत्व परिवर्तन प्रस्ताव को खारिज करने के लिए मतदान में हिस्सा लिया। प्रस्ताव खारिज हो जाने के बाद प्रधानमत्री टोनी एबॉट पार्टी के अपने पद और प्रधानमंत्री पद पर बरकरार रहेंगे।
लेकिन पार्टी की तरफ से किए गए मतदान का अंतर उनके लंबे समय तक प्रधानमंत्री बने रहने के लिए उतना प्रभावी नहीं है।
एबॉट के किसी भी सहयोगी ने नेतृत्व के लिए अपना नाम आगे नहीं रखा था, जिसका अर्थ यह हुआ कि लिबरल पार्टी के जिन 39 सांसदों ने एबॉट के विरोध में मतदान किया था, वे किसी खास व्यक्ति के पक्ष में नहीं थे, बल्कि उन्होंने एबॉट के नेतृत्व के प्रति सिर्फ विरोध जताने के लिए मतदान किया था। इसलिए इसे सिर्फ प्रधानमंत्री के नेतृत्व के खिलाफ वोट के रूप में देखा जाएगा।
कई समीक्षक और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि एबॉट को पार्टी का नेतृत्व करने के लिए कम से कम 40 वोट की जरूरत है।