नई दिल्ली, 21 अगस्त (आईएएनएस)। देश भर में प्याज की बढ़ी कीमतें जहां लोगों की आंखों से आंसू निकाल रही हैं, वहीं ऑनलाइन किराना स्टोर बाजार से कम कीमत पर प्याज बेच रहे हैं। सवाल यह उठता है कि ये डिजिटल प्लेटफॉर्म आखिर बाजार से क्यों नहीं प्रभावित हुए हैं।
नई दिल्ली, 21 अगस्त (आईएएनएस)। देश भर में प्याज की बढ़ी कीमतें जहां लोगों की आंखों से आंसू निकाल रही हैं, वहीं ऑनलाइन किराना स्टोर बाजार से कम कीमत पर प्याज बेच रहे हैं। सवाल यह उठता है कि ये डिजिटल प्लेटफॉर्म आखिर बाजार से क्यों नहीं प्रभावित हुए हैं।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की सबसे बड़ी किराना खिलाड़ी लोकलबनिया डॉट कॉम बिचौलियों से परहेज करती है, जिस कारण वे चीजें कम कीमत पर बेच पाने में सक्षम हैं।
वेबसाइट पर एक किलोग्राम प्याज 49.92 रुपये में खरीदा जा सकता है, लेकिन इसके लिए डिलीवरी चार्ज के रूप में 49 रुपये अतिरिक्त भुगतान करना पड़ेगा, क्योंकि इस वेबसाइट से 500 रुपये से कम के सामान की खरीद पर डिलीवरी चार्ज देना पड़ता है। इस प्रकार केवल एक किलोग्राम प्याज खरीदने वाले को यह महंगा पड़ सकता है। जबकि वेबसाइट से साप्ताहिक आधार पर सब्जी खरीदने वालों के लिए यह मुनाफे का सौदा है।
लोकल बनिया डॉट कॉम के सह संस्थापक ऋषि चौधरी ने कहा, “हम बुकिंग पहले ही कर लेते हैं, जिसके कारण हमें प्रतिदिन के ऑर्डर का अनुमान रहता है और प्याज जैसी खराब होने वाली चीजों पर अपव्यय नहीं हो पाता।”
चौधरी ने आईएएनएस से कहा, “हम प्याज या अन्य सब्जियां सीधे थोक कृषि बाजार से खरीदते हैं। इस दौरान हम बिचौलियों व भंडारण के लिए गोदाम से बच जाते हैं, क्योंकि हम प्रतिदिन ताजा सब्जियों की खरीदारी करते हैं। इस वजह से हम ग्राहकों को कम कीमत में ताजी सब्जियां उपलब्ध करा पाते हैं।”
कृषि मंत्रालय की पहल एगमार्कनेट के मुताबिक, अखिल भारतीय स्तर पर सामान्य आकार के प्रति क्विंटल प्याज की कीमत पांच हजार रुपये है, जबकि बड़े आकार के प्याज की कीमत 6,800 रुपये।
वहीं, दिल्ली-एनसीआरमें बिगजॉप डॉट कॉम नाम से किराना स्टोर के सह संस्थापक आदित्य गोयल के मुताबिक, वह सब्जियां सीधे किसानों से खरीदते हैं, जिस कारण ग्राहकों को बाजार से कम कीमत पर मुहैया करा पाते हैं।
गोयल ने आईएएनएस से कहा, “हम रोजाना आधार पर प्याज, आलू, टमाटर व अन्य सब्जियों की खरीद सीधे शहर के किसानों से करते हैं। इसलिए हमारी कीमतें बाजार पर निर्भर नहीं करतीं।”
उन्होंने कहा कि भंडारण पर हमारे द्वारा व्यय नहीं किए जाने की वजह से कीमतें और कम हो जाती हैं।
गोयल ने कहा, “बुनियादी ढांचों पर हुई बचत को कम कीमत के रूप में उसे ग्राहकों तक पहुंचाने में मदद मिलती है।”
बिगजॉप डॉट कॉम पर शुक्रवार को प्याज की कीमत 51.30 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जिसके लिए कोई न्यूनतम ऑर्डर की जरूरत नहीं है।
वहीं फार्म्सबाजार डॉट कॉम के अवनीश कुमार यादव के ऑनलाइन स्टोर पर प्रति किलोग्राम प्याज की कीमत 49 रुपये है।
यादव ने आईएएनएस से कहा, “किसानों से सीधे खरीद करने से किसानों तथा उपभोक्ताओं दोनों को मदद मिलती है। उपभोक्ताओं को जहां उत्पाद कम कीमत पर मिलता है, वहीं बिचौलियों पर खर्च होने वाला किसानों का पैसा बच जाता है।”
नासिक के नेशनल हॉर्टिकल्चर रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन (एनएचआरडीएफ) के मुताबिक, सितंबर के अंत तक बाजार में प्याज की कीमतों के ऊपर रहने की उम्मीद है।
फाउंडेशन को उम्मीद है कि अक्टूबर के अंत में कीमतों में गिरावट आनी शुरू हो जाएंगी।