नई दिल्ली, 22 फरवरी (आईएएनएस)। एक प्रौद्योगिकी मंच ‘चेंज डॉट ऑर्ग’ पर फिल्मों की सेंसरशिप को लेकर एक याचिका शुरू की गई है, जिसे सेंसरशिप पर गठित श्याम बेनेगल समिति के समक्ष रखा जाएगा।
एक बयान के मुताबिक, बेंगलुरू के एक डिजिटल मंच ‘द न्यूज मिनट’ के सह-संस्थापक विग्नेश वेल्लोर ने ‘ए’ रेटिड फिल्म ‘डेडपूल’ में कई बीप्स की आवाजों से निराश होकर एक याचिका शुरू की है।
विग्नेश की याचिका पर अब तक 7,500 लोग हस्ताक्षर कर चुके हैं। यह याचिका श्याम बेनेगल और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड को संबोधित है। इसमें मांग की गई है कि ‘ए’ रेटिड फिल्मों को सेंसर मुक्त रखा जाए। उन्हें बिना किसी कट के रिलीज किया जाए।’
याचिका के मुताबिक, “मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि भारत के लोग बेकार की और बिना सोची-समझी सेंसरशिप से तंग आ चुके हैं। थिएटर में फिल्में देखना बेहद मुश्किल होता जा रहा है। हम पांच साल के बच्चे नहीं हैं, हम वयस्क हैं और वयस्क फिल्में देख सकते हैं। एक फिल्म हमारे आदर्शो या हमारी संस्कृति को बर्बाद नहीं कर सकती, लेकिन सेंसरशिप हमारे देश को बर्बाद कर देगी।”
रयान रेनॉल्ड्स अभिनीत ‘डेडपूल’ ने सभी बीप्स के बावजूद अपने मार-धाड़ के दृश्यों, हिंसा और बदले अंदाज के हास्य के कारण भारतीय बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई की थी। फिल्म ने रिलीज के बाद से भारत में 22 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की थी।
मशहूर फिल्मकार श्याम बेनेगल देश के फिल्म सेंसर बोर्ड के लिए एक समग्र ढांचे की सिफारिश और सिनेमेटोग्राफ अधिनियम में बदलाव के लिए गठित समिति की अध्यक्षता कर रहे हैं।
समिति को राय भेजने की अंतिम तिथि 25 फरवरी है।