नई दिल्ली, 20 सितम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियों की शिकायत पर मामला दर्ज किया है।
एसीबी प्रमुख मुकेश कुमार मीणा ने आईएएनएस को बताया, “स्वाति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।”
स्वाति पर सोमवार देर रात भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (लोक सेवक द्वारा आपराधिक आपराधिक दुराचार), 409 (लोक सेवक द्वारा विश्वास हनन) और 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इससे पहले एसीबी ने स्वाति से दो घंटे तक पूछताछ की।
कांग्रेस नेता और डीसीडब्ल्यू की पूर्व अध्यक्ष बरखा सिंह शुक्ला ने 12 अगस्त को स्वाति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद यह कदम उठाया गया है।
बरखा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता डीसीडब्ल्यू में अपने सहयोगियों की नियुक्ति कर रहे हैं और उन्हें वित्तीय लाभ पहुंचा रहे हैं।
बरखा ने अपनी शिकायत में कहा था कि आप के वरिष्ठ नेता एच.एस. फुल्क की बेटी प्रभाषय कौर, डीसीडब्ल्यू के सलाहकार राज मंगल प्रसाद सहित 83 अन्य को लाभ पहुंच रहा है।
उन्होंने यह भी दावा किया है कि ये सभी नाम सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत प्राप्त किए गए हैं।
स्वाति ने अपने खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद सिलसिलेवार ट्वीट कर नाराजगी जताई।
उन्होंने लिखा, “पता चला है कि मेरे खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की गई है जब किसी ने कुछ भी गलत नहीं किया गया है तो भगवान से भी डरने की जरूरत नहीं है। व्यवस्था को बदलने के लिए बलिदान देना पड़ेगा।”
इसके बाद उन्होंने लिखा, “हम भर्तियों के लिए कई वर्षो से अपनाई जा रही प्रक्रिया का इस्तेमाल करते हैं। यदि कुछ बदलाव आया है तो वह काम की वजह से हुआ है। हम दिन, रात काम करते हैं।”
उन्होंने यह भी कहा, “यदि मेरे खिलाफ एक रुपये का भी भ्रष्टाचार सिद्ध होता है तो वह अपना जीवन छोड़ देंगी।”
स्वाति ने अन्य ट्वीट में कहा, “सिस्टम में बैठे निकम्मे और नकारा लोगों को महिलाओं के लिए काम करना और सवाल उठाना पसंद नहीं आ रहा। वो मेरे सवालों से परेशान हैं।”
एसीबी ने स्वाति से कथित तौर पर अनियमितताओं को लेकर पूछताछ की। उन्होंने स्वाति से एक सप्ताह के भीतर 27 सवालों पर जवाब मांगा है।