बीजिंग, 14 जून (आईएएनएस)। शांगहाई सहयोग संगठन(एससीओ) के सदस्य देशों की 19वीं राजाध्यक्ष परिषद का सम्मेलन 14 जून को किर्गिजस्तान की राजधानी बिश्केक में आयोजित हुआ। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सम्मेलन में हिस्सा लिया और भाषण भी दिया।
शी ने अपने भाषण में कहा कि “गत वर्ष चीन ने एससीओ के छिंगताओ शिखर सम्मेलन में विकास विचारधारा, सुरक्षा विचारधारा, सहयोग विचारधारा, सभ्यता विचारधारा और वैश्विक प्रशासन विचारधारा पेश की, जिसने एससीओ सहयोग की विचारधाराओं को प्रचुर किया है। हालिया अंतर्राष्ट्रीय परिस्थिति में शांति, विकास, सहयोग और साझी जीत की युग धारा कभी नहीं बदली जा सकती। हमें शांगहाई भावना पर कायम रहकर एससीओ संगठन के चार्टर का कड़ाई से पालन करना चाहिए। हमें राजनीतिक आपसी विश्वास को प्रगाढ़ कर द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग के लिए और अनुकूल स्थितियों की रचना करनी चाहिए।”
शी चिनफिंग ने कहा, “एससीओ के जटिल परिस्थिति का निपटारा करने की क्षमता को उन्नत करने की जरूरत है। हमें तीन शक्तियों पर प्रहार करना चाहिए, आतंकवादी या उग्रवादी शक्ति की रोकथाम करनी चाहिए। एससीओ संगठन एससीओ-अफगानिस्तान संपर्क दल की भूमिका अदा कर विभिन्न क्षेत्रों के सहयोग स्तर को उन्नत करेगा। चीन अफगानिस्तान के शांतिपूर्ण पुन-निर्माण के लिए हरसंभव मदद देना चाहता है।”
शी ने यह भी कहा कि “व्यापार और निवेश की स्वतंत्रता को आगे बढ़ाने के लिए चीन के अंतर्राष्ट्रीय आयात एक्सपो जैसे सहयोग व साझे उपभोग के प्लेटफार्म का अच्छी तरह इस्तेमाल किया जाना चाहिए। हमें बेल्ट एंड रोड और विभिन्न देशों की विकास रणनीति और यूरेशियाई आर्थिक गठबंधन जैसे क्षेत्रीय सहयोग के जुड़ाव को आगे बढ़ाना चाहिए। चीन शैनशी प्रांत में एससीओ कृषि तकनीक आदान-प्रदान प्रशिक्षण मिसाल केंद्र की स्थापना करेगा और क्षेत्रीय देशों के आधुनिक कृषि के सहयोग को मजबूत करेगा।”
शी चिनफिंग ने आगे कहा कि “हमें एससीओ संगठन की सभ्यताओं की विविधता को मूल्यवान समझना चाहिए और विभिन्न देशों की जनता की पीढ़ी दर पीढ़ी मैत्री और समान विकास में प्रेरणा शक्ति डालनी चाहिए। हमें संस्कृति, शिक्षा, पर्यटन, खेल और मीडिया आदि क्षेत्रों के सहयोग को निरंतर गहरा करना चाहिए। चीन क्वांगशी प्रांत के फांगछनकांग शहर में अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सा खुले प्रशिक्षण क्षेत्र की स्थापना करने का समर्थन करता है और एससीओ संगठन के चिकित्सा नवाचार सहयोग को आगे बढ़ाना चाहता है।”
भाषण के अंत में शी चिनफिंग ने कहा, “वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए एससीओ संगठन को अंतर्राष्ट्रीय कर्तव्य निभाकर घनिष्ट समन्वय व सहयोग करना चाहिए। इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र संघ के केंद्र वाली अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की रक्षा करनी चाहिए, बहुपक्षीयवाद और स्वतंत्र व्यापार को आगे बढ़ाना चाहिए, ताकि अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था और न्यायपूर्ण व उचित दिशा में विकसित हो सके। एससीओ को संयुक्त राष्ट्र संघ जैसे अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय संगठनों के बीच आदान प्रदान को मजबूत कर अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों में और सक्रिय भूमिका अदा करनी चाहिए। चीन किर्गिजस्तान को अध्यक्ष देश के कार्य को पूरा करने पर बधाई देता है और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को एससीओ के राजाध्यक्ष परिषद का अध्यक्ष नियुक्त होने पर बधाई देता है।”
(साभार–चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)