नई दिल्ली, 30 मार्च (आईएएनएस)। जेट एयरवेज के अधिकांश पायलटों ने शनिवार को कहा कि उनके बकाये के भुगतान को लेकर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की ओर से आश्वसन मिलने पर ही उनका सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला टल सकता है।
एक वरिष्ठ पायलट ने आईएएनएस को बताया, “हमें एसबीआई की अगुवाई में नए प्रबंधन से सीधा आश्वासन चाहिए।”
पायलट ने कहा, “हमें इस बात का आश्वासन चाहिए कि किस तारीख को हमारे बकाये का भुगतान होगा और हमें एयरलाइन के भविष्य के बारे में भी स्पष्टता की दरकार है। अगर इस तरह का आश्वासन दिया जाता है तो सामूहिक अवकाश के मसले पर हम दोबारा विचार कर सकते हैं।”
अन्य पायलटों के मुताबिक, एयरलाइन के पास संचालन में 30 से भी कम विमान हैं और प्रस्तावित सामूहिक अवकाश के मसले पर एएमई (एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियर्स) भी उनके साथ हैं।
एएमई समेत पायलटों को पिछले चार महीने से भुगतान नहीं किया गया है।
एसबीआई की अगुवाई में बैंकों के एक समूह ने सोमवार को कंपनी में अतिरिक्त नकदी डालने पर सहमति जताई थी।
एनएजी (नेशनल एविएटर गिल्ड) समिति के एक वरिष्ठ सदस्य ने मुंबई में आईएएनएस को बताया, “अगर इस तरह का आश्वासन दिया जाता है तो समिति पायलट को विचार करने को कहेगी, हालांकि यह बहुमत की इच्छा पर निर्भर है।”
वहीं, जेट एयरवेज ने कहा कि उसके पास विमानों के परिचालन के लिए वर्तमान में पर्याप्त पायलट हैं।
एक अधिकारी ने कहा, “सोमवार को परिचालन प्रभावित नहीं होगा।”
एयरलाइन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “हमने पायलटों के एक वर्ग द्वारा भेजी गई एडवायजरी पर गौर किया है। हमारी उनसे बातचीत चल रही है और हम उनसे पूरी मदद की आशा करते हैं।”
उन्होंने कहा, “उनके बकाये का भुगतान किया जाएगा। हालांकि मार्च में वित्त वर्ष की समाप्ति को लेकर विलंब हुआ है, खासतौर से सप्ताहांत होने के कारण और दिक्कत आई है और इसमें कुछ दिन और विलंब हो सकता है।”
जेट एयरवेज ने बयान में कहा, “बोर्ड और हमारे कर्जदाता मजबूत कारोबार योजना की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं, जिससे एयरलाइन का संचालन बहाल होगा।”
एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि वह पायलटों और इंजीनियरों समेत अपने कर्मचारियों के देनदारियों के प्रति वचनबद्ध है।