जम्मू, 3 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की मांग को लेकर जारी आंदोलन को सुलझाने के लिए एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के प्रधानमंत्री के साथ बैठक की सोमवार को पेशकश की।
एम्स समन्वय समिति के समर्थकों को संबोधित करते हुए नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) नेता ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर के दोनों क्षेत्रों को एक ऐसे संस्थान की जरूरत है।
अब्दुल्ला ने कहा, “कश्मीर में एम्स की घोषणा के बाद केंद्र के पास जम्मू में ऐसे एक संस्थान पर तत्काल फैसला लेने में कोई अड़चन नहीं होनी चाहिए।”
जम्मू के तीन दिवसीय दौरे पर आए अब्दुल्ला ने कहा, “हम प्रधानमंत्री से मिलेंगे और सांसदों के विचार के लिए इसे एक मजबूत मुद्दा बनाएंगे, ताकि इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर अब और विलंब न हो।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुद्दे को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की सरकार ने सही तरीके से नहीं लिया और इससे जुड़ी संवेदनशीलता पर विचार नहीं किया।
उन्होंने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर की समस्याएं विशेष हैं और इसपर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने आशा जताई कि जम्मू के लोगों के साथ किए गए वादों पर अमल होगा।
अब्दुल्ला ने कहा, “इस मुद्दे पर नेकां का रुख बिल्कुल स्पष्ट है। हम कश्मीर में एम्स की घोषणा का स्वागत करते हैं, लेकिन इसी तरह के संस्थान की जम्मू में भी मांग करते हैं।”
इसी बीच, एम्स समन्वय समिति द्वारा बुलाया गया बंद आज सोमवार को चौथे दिन में प्रवेश कर गया।
पुलिस तथा प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के छिटपुट मामले सामने आए हैं।