मेलबर्न, 15 मार्च (आईएएनएस)। फॉर्मूला-1 टीम मर्सिडीज के चालक लुइस हेमिल्टन ने एफ-1 खिताब का बचाव करने के अपने अभियान की शानदार शुरुआत करते हुए रविवार को सत्र का पहला एफ-1 रेस आस्ट्रेलियन ग्रांप्री जीत लिया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, मर्सिडीज टीम के ही निको रोसबर्ग दूसरे स्थान पर रहे।
हेमिल्टन रोसबर्ग से 1.36 सेकेंड जबकि तीसरे स्थान पर रहे फेरारी के सेबास्टियन वेटल से पूरे 34.52 सेकेंड आगे रहे।
एल्बर्ट पार्क में 2008 में मिली खिताबी जीत के बाद हेमिल्टन का यह पहला खिताब है, हालांकि उनके करियर का यह 34वां ग्रांप्री खिताब है।
इस रेस ट्रैक पर चौथी बार पोल पोजिशन के साथ शुरुआत करने वाले 30 वर्षीय हेमिल्टन ने शुरू से ही रेस में बढ़त हासिल कर ली और अंत तक उसे बरकरार रखते हुए वर्ष के पहले एफ-1 रेस में मर्सिडीज का दबदबा बनाए रखा।
रेस के बाद मौजूदा विश्व चैम्पियन हेमिल्टन ने कहा, “जीत का सिलसिला जारी रखना अद्भुत अहसास देने वाला है। ईमानदारी से कहूं तो मैं यहां इन कमाल के ड्राइवरों और टीम की कठिन मेहनत के कारण पहुंचा हूं। आप एक बार दो सेकेंड की बढ़त हासिल कर लेते हैं तो आप उसे बरकरार रखने की कोशिश करते हैं।”
पिछली बार के विजेता रहे रोसबर्ग ने कहा कि हेमिल्टन को पीछे छोड़ने के लिए उनके पास बेहद कम मौके थे।
रोसबर्ग ने कहा, “हेमिल्टन ने कोई गलती नहीं की इसलिए उसके इससे ज्यादा निकट पहुंचना संभव नहीं था और अपनी गति बनाए रखना जरूरी था।”
विलियम्स के फेलिप मासा, पहली बार हिस्सा ले रहे सौबर के फेलिप नासर तथा स्थानीय चुनौती रेड बुल के डेनियल रिकियाडरे क्रमश: चौथे, पांचवें और छठे स्थान पर रहे।
गौरतलब है कि रेस में मात्र 11 कारें अंतिम लाइन को पार कर सकीं और भारत की फॉर्मूला-1 टीम फोर्स इंडिया के निको हल्केनबर्ग और सर्जियो पेरेज ने क्रमश: सातवां और 10वां स्थान हासिल किया और अंक हासिल करने में कामयाब रहे।
अब एफ-1 चालक 29 मार्च से सेपांग में होने वाले सत्र के दूसरे एफ-1 रेस मलेशियन ग्रांप्री में हिस्सा लेंगे।