लंदन, 26 फरवरी (आईएएनएस)। अभिभावकों में बच्चों को जीतते हुए देखने की ललक उन्हें गलत दिशा में ले जा सकती है। एक शोध में यह बात सामने आई है कि माता-पिता के दबाव के कारण युवा पुरुष एथीलीट प्रतिबंधित पदार्थो के सेवन की ओर उन्मुख हो जाते हैं।
इंग्लैड की यूनिवर्सिटी ऑफ केंट में हुए इस शोध के मुख्य लेखक डेनियल मेडिगन ने बताया, “जो अभिभावक अपने बच्चों पर उच्च स्तर की उप्लब्धियां हासिल करने का दबाव बनाते हैं, उनके बच्चे अपने माता-पिता की हसरतों को पूरा करने के लिए इस तरह की गलतियां कर बैठते हैं।”
शोधकर्ताओं का सुझाव है, डोपिंग-रोधी कार्यक्रमों को जूनियर एथलीटों के करियर में जल्दी दखलअंदाजी करनी चाहिए, ताकि वह इस तरह की गलतियों से बच सकें। साथ ही माता-पिता को भी इस तरह के दबावों के संभावित परिणामों के बारे में जागरूक होना चाहिए।
डोपिंग को लेकर युवाओं की प्रतिक्रिया जानने के लिए शोधार्थियों ने 17 वर्ष की आयु के 129 जूनियर एथीलीटों पर अध्ययन किया।
सभी पहुलओं की जांच करने के बाद शोध में डोपिंग की ओर सकारात्मक नजरिए के पीछे माता-पिता का दबाव पाया गया।
इसके अलावा अन्य कारकों में एथीलीट सर्वश्रेष्ठ करने की उम्मीद करता है, क्योंकि उस पर कोच द्वारा उत्तम प्रदर्शन करने का दबाव रहता है।