भोपाल, 19 मई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर विभिन्न समाचार चैनलों की तरफ से किए गए एग्जिट पोल में मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बढ़त मिलती दिख रही है। इससे राज्य के भाजपा नेता उत्साहित हैं, वहीं कांग्रेस इन एग्जिट पोल पर भरोसा करने को तैयार नहीं है।
राज्य में लोकसभा की 29 सीटें हैं। इसमें से पिछले चुनाव में भाजपा ने 27 और कांग्रेस ने दो सीटें जीती थीं, वहीं उपचुनाव में कांग्रेस ने भाजपा से झाबुआ-रतलाम सीट छीन ली थी। इस तरह इस चुनाव से पहले भाजपा के पास 26 और कांग्रेस के पास तीन सीटें थीं।
लगभग छह माह पहले राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को 15 दशक बाद सत्ता से बाहर होना पड़ा था और कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुई थी। इसके चलते इस बार के चुनाव रोचक और दोनों दलों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बने हुए हैं।
विभिन्न समाचार चैनलों ने अपने एग्जिट पोल में संकेत दिया है कि भाजपा को इस बार बहुत ज्यादा नुकसान नहीं होने वाला है। प्रमुख चैनलों में आजतक के एग्जिट पोल में भाजपा को 26 से 28 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है, वहीं कांग्रेस को एक से तीन सीटें मिलने का अनुमान है। इसी तरह एबीपी न्यूज ने भाजपा को 24 और कांग्रेस को पांच सीटें दी है। इसके अलावा टीवी 18 के अनुसार भाजपा को राज्य में 25 से 27 और कांग्रेस को दो से चार सीटें मिल सकती हैं। इसी तरह के रुझान अन्य समाचार चैनलों ने भी एग्जिट पोल में दिए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “देश में भाजपा को 300 और राजग को 350 सीटें मिलने वाली हैं। समाचार चैनलों के सर्वे और एग्जिट पोल भी यही संदेश दे रहे हैं। देश में मोदी लहर थी, उसी के चलते यह नतीजा आने वाला है।”
राज्य में कांग्रेस को ज्यादा सीटें न मिलने के सवाल पर चौहान ने कांग्रेस सरकार पर लोगों के साथ वादा खिलाफी का आरोप लगाया और कहा कि जनता ने राज्य सरकार को अपना जवाब दे दिया है।
वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा ने कहा, “चैनलों के सर्वे व एग्जिट पोल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना में कांग्रेस को बहुत कमतर आंका है, जबकि मोदी का उत्तर प्रदेश जैसा हाल मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में होने वाला है। राज्य की कमलनाथ सरकार के कामकाज से जनता खुश और संतुष्ट है और उसके नतीजे 23 मई को दिखेंगे। राज्य में कांग्रेस को बड़ी सफलता मिलने जा रही है।”
चैनलों पर आ रहे एग्जिट पोल के दौरान भाजपा मुख्यालय पर नेताओं और कार्यकर्ताओं का जमावड़ा रहा, वहीं कांग्रेस खेमे में चहल-पहल कम नजर आई।