उन्होंने कहा कि रंगमंच एक्टर का, फिल्म डायरेक्टर का और टीवी सीरियल राइर्ट्स का मीडियम है।
रायपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में शामिल होने रायपुर पहुंचे सचिन खेडेकर ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि वह मूलत: रंगमंच के कलाकार हैं। इसलिए रंगमंच के ओर उनका झुकाव है।
उन्होंने फिल्म ‘नेताजी सुभाषचंद्र बोस-द फॉरगॉटन हीरो’, ‘अस्तित्व’, ‘मुझसे दोस्ती करोगे’, ‘तेरे नाम’, ‘बादशाह’, ‘जिद्दी’ सहित कई भाषाओं की फिल्में की हैं।
खेडेकर ने कहा कि वे पहली बार रायपुर आए हैं। यहां आकर सचमुच बहुत अच्छा लगा। वह यहां आकर बहुत खुश हैं।
उन्होंने कहा, “मुझे एक जिंदगी में और कई जिंदगियां जीने का मौका मिला, इसलिए अभिनेता बन गया।”
‘नेताजी सुभाषचंद्र बोस-द फॉरगॉटन हीरो’ में उनके अभिनय से जुड़े सवाल पर उन्होंने बताया कि इस भूमिका के लिए मूंछें मुड़वाना उनके लिए बड़ी चुनौती थी। इस फिल्म में 100-150 लोगों को ऑडिशन के लिए बुलाया गया था। उसके बाद 50 लोगों को फाइनल ऑडिशन के लिए बुलाया गया। इसमें उनका चयन हुआ।
उन्होंने बताया कि उनके फोटोग्राफर दोस्त जगदीश माली ने उनकी नेताजी के वेश में कई फोटोग्राफ खींची। फिल्म की शूटिंग 2003 में हुई थी।
खेडेकर ने राज्यसभा टीवी पर प्रसारित ‘संविधान- द स्टोरी ऑफ द मेकिंग ऑफ कांस्टीट्यूशन’ में भी अभिनय किया है।
रायपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल विगत 8 अप्रैल से शुरू हुआ। इसमें अब तक 80 से ज्यादा फिल्में दिखाई जा चुकी हैं।