मास्को, 18 सितम्बर (आईएएनएस)। रूस के साइकिल रेसरों ने विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) से कहा है कि उन्हें रियो ओलम्पिक में हिस्सा लेने से प्रतिबंधित करने का फैसला ‘एक अपराधी के बयान’ के आधार पर लिया गया।
गौरतलब है कि वाडा की एक रिपोर्ट में रूस पर सरकार प्रायोजित डोपिंग कार्यक्रम चलाने और रूस में डोपिंग के व्यापक मामलों का खुलासा होने के बाद अंतर्राष्ट्रीय साइकिलिस्ट संघ (यूसीआई) ने रूस साइकिल रेसरों पर रियो ओलम्पिक में हिस्सा लेने से प्रतिबंधित कर दिया था।
रूसी साइकिल रेसरों ने वाडा से अपनी रिपोर्ट में से रूस के एक डोपिंग प्रयोगशाला के पूर्व प्रमुख ग्रिगोरी रोदचेंकोव के उस बयान को हटाने के लिए कहा है, जिसमें रोदचेंकोव ने रूस पर डोपिंग के मामलों को छिपाने का आरोप लगाया है।
समाचार एजेंसी ‘स्पुतनिक’ के अनुसार, अगस्त में रूस के एक विधि विशेषज्ञ व्लादिमिर बोतनेव ने एक महत्वपूर्ण विश्लेषण जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा है कि वाडा की रिपोर्ट मुख्यत: रोदचेंकोव के बयान पर आधारित है, जबकि रोदचेंकोव के यह बयान स्पष्ट तौर पर अविश्वसनीय हैं।
रूस के साइकिल रेसर दिमित्री सोकोलोव, किरिल स्वेश्निकोव और दिमित्री स्त्राखोव ने वाडा को लिखे अपने पत्र में कहा, “हम यह नहीं समझ पा रहे हैं कि हमें ओलम्पिक खेलों से प्रतिबंधित क्यों किया गया? एक अपराधी के गवाह के आधार पर हमें विश्व डोपिंग रोधी संहिता के प्रावधानों के उल्लंघन का दोषी पाया गया।”
गौरतलब है कि 2011 में रोदचेंकोव के खिलाफ मादक पदार्थो की अवैध तस्करी का का मुकदमा चल चुका है, लेकिन रोदचेंकोव की कथित बीमारी के चलते उनके खिलाफ सुनवाई टाल दी गई थी।
पत्र में कहा गया है कि रोदचेंकोव ने खुद ही डोपिंग-रोधी नियमों के उल्लंघनों के अलावा झूठी गवाही, अवैध तस्करी, धोखाधड़ी और ब्लैकमेल करने जैसे अपराधों की बात स्वीकार की थी।
रूसी खिलाड़ियों ने वाडा के अलावा अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) और यूसीआई सहित कई अन्य संगठनों को यह पत्र भेजा है।