इस दौरान उन्होंने एशिया में बुनियादी ढांचागत निवेश में निजी क्षेत्र को शामिल करने पर जोर देते हुए कहा कि इससे बुनियादी ढांचागत निवेश में निजी क्षेत्र को व्यापक रूप से शामिल करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि एआईआईबी बुनियादी ढांचागत क्षेत्र में निजी क्षेत्र की कंपनियों को शामिल करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा।
उन्होंने कहा, “आमतौर पर बुनियादी ढांचागत निवेश की एक लंबी अवधि होती है, जिसमें बड़े जोखिम भी हैं। इसलिए जब निजी क्षेत्र की कंपनियां स्थानीय सरकारों के साथ काम करती हैं तो उन्हें रियायतें दी जाती हैं।