मुंबई- महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को घोषणा की कि मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वझे को अपराध खुफिया इकाई से तब तक के लिए हटा दिया गया है जब तक ऑटोमोबाइल पार्ट्स के व्यवसायी मनसुख हिरेन की रहस्यमयी मौत की जांच पूरी नहीं हो जाती है.
देशमुख ने यह बयान महाराष्ट्र विधान परिषद में दिया और कहा कि हिरेन की मौत मामले में राज्य सरकार निष्पक्ष जांच कराएगी.
मंत्री ने कहा, ‘जांच जब तक पूरी नहीं हो जाती है तब तक पुलिस अधिकारी सचिन वझे को अपराध शाखा में उनके वर्तमान पद से हटा दिया जाएगा. विपक्ष की तरफ से बढ़ती मांग के परिप्रेक्ष्य में यह निर्णय किया गया है.’
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार हिरेन की मौत मामले में निष्पक्ष जांच करेगी.
गौरतलब है कि 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से लदी एक एसयूवी मिली थी. कार के मालिक मनसुख हिरेन का पांच मार्च को ठाणे में एक स्थान पर शव मिला था.
पुलिस ने कहा कि वाहन 18 फरवरी को हिरेन के पास से चोरी हो गई थी. ठाणे में विगत शुक्रवार को हिरेन का शव खाड़ी से पाए जाने के बाद मामले में रहस्य और गहरा गया था.
विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने हिरेन की मौत के मामले में मंगलवार को एपीआई सचिन वझे के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी.
देशमुख ने बुधवार को परिषद में कहा था, ‘अगर वझे उनकी मौत में संलिप्त पाए जाते हैं तो हम उपयुक्त कार्रवाई करेंगे.’
बहरहाल विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दारेकर और अन्य विपक्षी सदस्यों ने सरकार के निर्णय पर असंतोष व्यक्त किया.
दारेकर ने कहा, ‘वझे किसी न किसी तरह से मनसुख हिरेन की मौत के मामले में संलिप्त हैं. उन पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए और उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए.’
बाद में विधान भवन परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए देशमुख ने कहा कि जब तक आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) हिरेन की मौत मामले की जांच पूरी नहीं कर लेती है तब तक महाराष्ट्र सरकार ने वझे को अपराध शाखा से स्थानांतरित करने का निर्णय किया है.