कुल्लू, 13 मई (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बुधवार को कहा कि कुल्लू जिले में बड़े निजी निवेशकों को आमंत्रित कर एंगलिंग (मछली मारना) और जलक्रीड़ा को बढ़ावा दिया जाएगा।
कुल्लू के लारजी में एक जनसभा में वीरभद्र सिंह ने कहा, “रोमांचक खेलों के दौरान होने वाली दुर्घटना या किसी की मौत हो जाने का यह मतलब नहीं है कि इस तरह के खेलों पर प्रतिबंध लगा दिया जाए। इस तरह रोमांचक खेलों का आयोजन करने वाली एजेंसियों को पर्याप्त सुरक्षा उपाय अपनाने चाहिए।”
उन्होंने कहा कि कुल्लू घाटी में पर्यटन और रोमांचक खेलों के विकास की भरपूर संभावनाएं हैं तथा इसका पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
कुल्लू जिले में ब्यास नदी और उससे निकलने वाली अनेक धाराओं में पर्याप्त मात्रा में मछलियां पाई जाती हैं, जो एंगलिंग के लिए बिल्कुल मुफीद हैं।
वीरभद्र सिंह ने साथ ही शंगहर में स्थित एक प्रख्यात मंदिर के पुनर्निर्माण का आश्वासन भी दिया और उपायुक्त को मंदिर के प्राचीन डिजाइन को बरकरार रखने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने सैंज कस्बे में एक मुक्त महाविद्यालय शुरू करने की घोषणा भी की, जिसमें अगले सत्र से पाठ्यक्रम शुरू हो जाएगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने ब्यास नदी पर एक पुल की आधारशिला रखी। यह पुल पनारसा और थ्रास गांवों को जोड़ेगा। 5.15 करोड़ रुपये के लागत से बनने वाले इस पुल से 3,500 लोगों को लाभ मिलेगा।