भोपाल-व्यापम मामले पर भाजपा निरुत्तर नजर आ रही है.अपने 15 जुलाई के कार्यक्रम जनता से संवाद जो व्यापम की सच्चाई बताने के लिए था को निरस्त करने को मजबूर होने के बाद अब सफाई देने कोई नेता आगे आने को तैयार नहीं है.नरेन्द्रसिंह तोमर पार्टी के आदेश के बाद प्रेस कांफ्रेंस करने जरूर सामने आये लेकिन हमेशा सटीक जवाब देने में माहिर तोमर इस कांफ्रेंस में घबराये दिखे.
इससे बुरी स्थिति उमा भारती की रही भोपाल के पत्रकारों ने 17 सवाल व्यापम के संबंद्ध में उमा से पूछें लेकिन 17 दफे उन्होंने कहा की मुझे इस मामले पर एक महीने कुछ नहीं बोलना है.व्यापम मामले पर उमा की इस घबराहट को सभी ने कैमरे पर देखा.कहा भी गया है झूठ कितना भी बोला जाय पकड़ आ ही जाता है.व्यापम का आरोप शिवराज सिंह पर है और सफाई बाकी नेता देते फिर रहे हैं जिन्हें इस घोटाले से वास्ता नहीं है.आखिर कैसे और कितना झूठ बोलेंगे.भाजपा के पक्ष में सिर्फ इतना है की कोई तगड़ा विपक्ष सामने है नहीं वर्ना भाजपा के पुरसाने हाल भी देखने को नहीं मिलते.
उमा ने यह भी बताया की शिवराज ने उन्हें डिनर पर बुलाया था लेकिन इसके कोई राजनैतिक मायने नहीं हैं.सीहोर में भी उमा पत्रकारों से बचती नजर आयीं.रात्रि विश्राम उन्होंने घर पर किया लेकिन मीडिया से दूरी बनायी रखी.