जिला समाज कल्याण अधिकारी पी.बी. पांडेय ने बताया कि कम आय वर्ग वाले अभिभावकों के बच्चों को कक्षा नौ से 10 तक और कक्षा 11 से 12वीं तक वजीफा दिया जाता है। शैक्षिक सत्र 2014-15 में कक्षा नौ और 10 के स्टूडेंट्स ने स्कॉलरशिप के लिए समाज कल्याण विभाग में आवेदन किया, जिसमें सामान्य वर्ग के 540 स्टूडेंट्स, एससी वर्ग के 6779 स्टूडेंट्स और एसटी वर्ग के 36 स्टूडेंट्स थे। सामान्य वर्ग के 474 स्टूडेंट्स के कागजात के साथ फर्जी आय प्रमाणपत्र लगाए गए थे।
इसकी पुष्टि आवेदनपत्र में लगाए गए सर्टिफिकेट के क्रमांक की ऑनलाइन जांच के बाद हुई। एससी वर्ग के 6076 स्टूडेंट्स के फॉर्म सही थे। शेष 703 छात्र छात्राओं को ‘संदिग्ध’ की श्रेणी में डालकर उनके फॉर्म रद्द कर दिए गए हैं। एसटी वर्ग के 11 फॉर्मो में भी फर्जीवाड़ा मिला है। स्कॉलरशिप के लिए कुल 1188 विद्यार्थियों ने फर्जीवाड़ा किया है।