सीबीआई यादव सिंह को अब तक 11 बार सीबीआई मुख्यालय बुला चुकी है। उनकी पत्नी कुसुमलता, बेटी गरिमा और पार्टनर समेत अन्य लोगों को भी पूछताछ के लिए मुख्यालय में बुलाया गया।
सीबीआई ने वर्ष 2004 से अब तक की कमाई से बनाई गई संपत्ति और कंपनियों में निवेश को लेकर जानकारी जुटाई है।
परिवार के सदस्यों के नाम से किए गए निवेश का ब्योरा जुटाने के लिए सीबीआई ने यादव सिंह की बातों की तस्दीक के लिए उनकी पत्नी कुसुमलता को सामने बैठाकर पूछताछ की।
फिलहाल घोटाले को लेकर सीबीआई मुख्यालय में दर्ज दो एफआईआर के आधार पर नोटिस देकर सीबीआई के अफसरों ने यादव सिंह की पत्नी, बेटी, बेटे सन्नी और पार्टनर राजेंद्र मिनोचा को पूछताछ के लिए बुलाया था।
मुख्यालय में सीबीआई अफसरों ने इन लोगों से पूछताछ की। यादव सिंह और परिवार के सदस्यों के पास मौजूद संपत्ति के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी गई है। इसके अलावा नोएडा में स्थित एक होटल और करीब एक दर्जन से अधिक कंपनियों में परिवार के सदस्यों के नाम से किए गए निवेश का ब्योरा जुटाया।
आईटीआर और अन्य संबंधित दस्तावेजों को खंगालने से कथित रूप से खुलासा हुआ है कि 2009-2014 की अवधि में तत्कालीन मुख्य अभियंता की कुल संभावित बचत एक करोड़ 70 लाख रुपये के करीब थी। उनके पास 3 करोड़ 60 लाख रुपये की अचल संपत्ति थी। सीबीआई को जानकारी मिली कि उनके एक सहयोगी के पास से करीब 10 करोड़ रुपये बरामद हुए, जो कथित रूप से यादव सिंह के ही थे।
उल्लेखनीय है कि घोटाले को लेकर दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय में यादव सिंह, उनके परिवार के सदस्यों और पार्टनर के खिलाफ दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई थी।