लखनऊ, 23 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 12 सीटों के चुनाव के लिए शुक्रवार सुबह शुरू हुआ मतदान शाम 4 बजे तक चलेगा। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए गए हैं। वहीं, भाजपा का दावा है कि कई विधायक दलगत सीमाओं को लांघकर उनके प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करंेगे।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा वोटों के लिए वर्ष 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में टिकट की पेशकश विधायकों से कर रही है। ऐसे में विधान परिषद के चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस के अलावा सभी छोटे-बड़े दलों के विधायकों के टूटने की आशंका है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव होना अच्छी बात है और पार्टी चुनाव जीतने के लिए ही मैदान में है। शाम तक फैसला हो जाएगा।
इस बीच सपा के वरिष्ठ नेता व ग्राम विकास मंत्री अरबिंद सिंह गोप ने सपा की जीत के दावे किए। उन्होंने कहा कि सपा के आठों उम्मीदवार जीतने में सफल रहेंगे। जो दूसरे दलों के विधायकों के भरोसे जीत के दावे कर रहे हैं, वे पराजित होंगे।
इधर, कांग्रेस भी अपने विधायकों के नहीं छिटकने की बात कह रही है। पार्टी नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि विधायकों से कहा गया है कि वह सांप्रदायिक ताकतों को दूर रखने के लिए मतदान करें।