लोक निर्माण विभाग चालक संघ के अध्यक्ष त्रिलोक सिंह ने आंदोलन रोकने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने बताया कि पीडब्ल्यूडी मुख्यालय, प्रांतीय खंड, वर्कशॉप के अलावा मंत्रियों एवं प्रमुख सचिव के यहां लगे विभागीय वाहन नहीं चलाए गए।
सिंह ने कहा कि हड़ताल में केवल एंबुलेस सेवा को अलग रखा गया है। विभाग के अधीनस्थ लगभग 3000 वाहन हैं, जिसमें विभागीय मंत्री, विभागाध्यक्ष की गाड़ियांे, जीपों और अन्य सभी वाहनों का चक्का जाम कर दिया गया है।
सिंह के मुताबिक, इलाहाबाद, बरेली, शाहजहापुर, रायबरेली, उन्नाव, सीतापुर, कानपुर, मेरठ, बदायू, बिजनौर, गोरखपुर, लखीमपुर, गोंडा, बहराइच, प्रतापगढ़ इलाहाबाद, कन्नौज, इटावा, मैनपुरी की हड़ताल भी शत-प्रतिशत सफल रही। उन्होंने बताया कि मांगों के निस्तारण के लिए प्रमुख सचिव राजीव कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में सहमति बन चुकी है। बावजूद इसके अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इस दौरान बाबूलाल यादव, प्रदीप कुमार, रमेश सिंह, कल्लू यादव, मनोज सिंह आदि शामिल रहे।