लखनऊ, 24 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में 11 विधायकों के सांसद चुन लिए जाने के बाद अब उनकी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा।
भाजपा ने लोकसभा चुनाव में उप्र के चार मंत्रियों और पांच विधायकों को मैदान में उतारा था। समाजवादी पार्टी के भी दो विधायक और बसपा व अपना दल के भी एक-एक विधायक मैदान में उतरे।
लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से विधायक व मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने इलाहाबाद लोकसभा सीट जीती है। उनकी विधानसभा सीट पर उप चुनाव होगा।
सत्यदेव पचौरी ने कानपुर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की है और अब उनकी गोविंद नगर विधानसभा सीट पर उप चुनाव होगा।
तीसरे मंत्री एस.पी. सिंह बघेल ने आगरा लोकसभा सीट जीती है और उनकी टुंडला विधानसभा सीट पर उपचुनाव होगा।
एक अन्य मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने अंबेडकरनगर संसदीय सीट से चुनाव लड़ा लेकिन हार गए।
प्रतापगढ़ से भाजपा विधायक संगम लाल गुप्ता अब प्रतापगढ़ से सांसद हैं। ऐसे में उनकी विधानसभा सीट का उपचुनाव जरूरी हो गया है।
सहारनपुर के भाजपा विधायक प्रदीप कुमार ने कैराना लोकसभा सीट जीती है और उनकी विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होगा।
चित्रकूट से भाजपा विधायक आर.के.सिंह पटेल की सीट पर भी उपचुनाव होगा क्योंकि उन्होंने बांदा लोकसभा सीट जीत ली है। बाराबंकी के विधायक अब बाराबंकी संसदीय सीट से सांसद हैं। इसलिए उनकी विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होगा।
बहराइच के विधायक ने इसी संसदीय सीट को जीता है और अलीगढ़ भाजपा विधायक राजवीर सिंह हाथरस से सांसद चुने गए हैं। इन दोनों विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा।
रामपुर विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होगा क्योंकि इसके विधायक आजम खान अब रामपुर संसदीय सीट से सांसद हैं।
बसपा विधायक रितेश पांडे ने अंबेडकर नगर संसदीय सीट से जीत हासिल की है। अब उनकी जलालपुर विधानसभा सीट पर उप चुनाव होगा।
भाजपा के एक मंत्री ने कहा कि नवनिर्वाचित सांसद अपनी सीट एक पखवाड़े में छोड़ देंगे और उप चुनाव मानसून की समाप्ति के बाद हो सकता है।