आम की फसल को हुए नुकसान का आकलन उद्यान विभाग ने किया है। विभाग द्वारा राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में सर्वेक्षण कराया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि आम की पैदावार को पूरे प्रदेश में औसतन 25 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि और आंधी का असर प्रदेश के 15 बड़े मैंगो बेल्टों पर पड़ा है।
इस वर्ष मार्च और अप्रैल में बारिश हो गई, आंधी भी आई जिसमें काफी बौर झड़ गए। जो बचे भी, उनमें फूं दी लग रही है। इसके बाद जब बौरों का विकास हुआ तो अमिया में काले धब्बे पड़ गए।
आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने बताया कि बीते कई वर्षो में पहली बार आम की इस तरह से बबार्दी देखी गई है। यदि ऐसा ही रहा तो आम के सभी बागान खत्म हो जाएंगे।
वहीं, बुजुर्ग किसान कलीमुल्ला ने कहा, “बीते 70 वर्ष में मैंने कभी आम की पैदावार की ऐसी दुर्गति होती नहीं देखी।”
इन जिलों में हुआ नुकसान : गोरखपुर में लगभग 50 प्रतिशत, फरुखाबाद में 35 से 40 प्रतिशत, देवरिया में 35 प्रतिशत, लखनऊ में 35 से 40 प्रतिशत, पीलीभीत में 35 प्रतिशत, शांहजहांपुर में 30 प्रतिशत, उन्नाव में 27 प्रतिशत, सीतापुर मंे 25 प्रतिशत, लखीमपुर में 24 प्रतिशत।