लखनऊ, 19 मई(आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव 2019 के सातवें और अंतिम चरण में रविवार को पूर्वाचल के 11 जिले के 13 संसदीय क्षेत्रों में मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। प्रदेश की इन सीटों पर शाम छह बजे तक कुल 56.84 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। सर्वाधिक 62.40 प्रतिशत मतदान महराजगंज में और सबसे कम 52.50 प्रतिशत मतदान बलिया में हुआ है। इस बार 2014 के मुकाबले 1.88 प्रतिशत अधिक मतदान हुआ है। कुछ जगहों से ईवीएम खराब होने और छिटपुट घटनाओं की खबरें आईं, लेकिन कोई बड़ी वारदात नहीं हुई।
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू के अनुसार, जो मतदाता मतदान केंद्रों पर छह बजे तक पहुंच चुके थे, उन्हें भी वोट देने की अनुमति है। ऐसे में मतदान प्रतिशत दो प्रतिशत तक बढ़ सकता है।
उन्होंने बताया कि पिछले लोकसभा चुनाव में इन 13 सीटों का औसत मतदान 54.96 प्रतिशत था। उन्होंने बताया कि सूबे में सातवें चरण का मतदान शांतिपूर्वक सम्पन्न हुआ। कुशीनगर, चंदौली और वाराणसी को छोड़कर बाकी सभी क्षेत्रों में 2014 के मुकाबले मतदान प्रतिशत बढ़ा है।
लू ने बताया, “शाम छह बजे तक महराजगंज में 62़ 40 प्रतिशत, गोरखपुर में 57़ 38, कुशीनगर में 56़ 24, देवरिया में 56़ 02, बांसगांव में 55, घोसी में 56़ 90, सलेमपुर 54़ 60, बलिया 52़ 50, गाजीपुर में 58़ 10, चंदौली 57़ 26, वाराणसी 58़ 05, मीरजापुर में 60़ 20 और राबर्ट्सगंज में 54़ 29 प्रतिशत मतदान हुआ।”
सातवें चरण में कुल दो करोड़ 36 लाख 38 हजार 797 मतदाता मतदान के पात्र थे, जिनमें महिला मतदाताओं की संख्या एक करोड़ आठ लाख 18 हजार 931 है। इस चरण में 13979 मतदान केंद्रों में 25874 मतदेय स्थल बनाए गए थे। विधायक जगन प्रसाद गर्ग के निधन के बाद आगरा उत्तरी विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव में 39 प्रतिशत मतदान हुआ है।
लू ने बताया कि अंतिम चरण में मतदान के दौरान 150 बैलेट यूनिट और 150 कन्ट्रोल यूनिट 334 वीपीपैट बदले गए। जबकि मॉक पोल के दौरान 177 बैलेट यूनिट, 204 कन्ट्रोल यूनिट तथा 349 वीपीपैट बदले गए।
सातवें चरण के चुनाव पर नजर रखने के लिए 2183 माइक्रो अब्जर्वर, 1,747 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 229 जोनल मजिस्ट्रेट, 264 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात थे। इनके अलावा 13 सामान्य प्रेक्षक व इतने ही व्यय प्रेक्षक, सात पुलिस प्रेक्षक और 71 सहायक व्यय प्रेक्षक तैनात किए गए थे। स्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान के लिए पर्याप्त संख्या में अर्धसैनिक बल व पीएसी तैनात किए गए थे।
अंतिम चरण के मतदान के दौरान दो पीठासीन अधिकारियों की मौत हो गई। गोरखपुर के पीठासीन अधिकारी राजाराम और बांसगांव क्षेत्र के पीठासीन अधिकारी विनोद श्रीवास्तव की हृदयाघात से मौत हो गई।
मतदान के दौरान चंदौली के एक मतदान केंद्र पर भाजपा और सपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई। हालांकि वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले को शांत करा दिया। चंदौली संसदीय क्षेत्र के एक गांव में ग्रामीणों को रुपये देकर उनकी उंगलियों पर जबरन स्याही लगाने का मामला भी प्रकाश में आया। हालांकि बाद में उन सभी ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
इस संबंध में प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल़ वेंकटेश्वर लू के अनुसार, जिलाधिकारी चंदौली नवनीत सिंह चहल ने बताया कि इस मामले में प्राप्त शिकायत के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कराकर क्षेत्राधिकारी द्वारा जांच की जा रही है।
सातवें चरण में प्रदेश की महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चन्दौली, वाराणसी, मिर्जापुर तथा राबर्ट्सगंज सीटों के लिए मतदान सुबह सात बजे प्रारम्भ हो गया था। शुरुआत में कुछ मतदेय स्थलों से इलेक्ट्रनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के खराब होने की शिकायत मिली, लेकिन जल्द ही उन्हें ठीक कर लिया गया या फिर उनकी जगह दूसरी मशीनें लगा दी गईं।
पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने बताया कि मतदान के दौरान चंदौली में हुई घटना में दो मुकदमे पंजीकृत किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि विधायक साधना सिंह से पुलिसकर्मियों के विवाद के बाद दो मुकदमे दर्ज हुए। एक मुकदमा पुलिस की तरफ से दूसरा विरोधी पक्ष ने दर्ज कराया है।
इस चरण में वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गाजीपुर से केंद्रीय संचार मंत्री मनोज सिन्हा, चंदौली से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, मीरजापुर से केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल, कुशीनगर से पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह, महाराजगंज से भाजपा सांसद व प्रत्याशी पंकज चौधरी और गोरखपुर से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर भोजपुरी फिल्म अभिनेता रविकिशन प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हैं।