बांदा, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में बांदा जिले की बिसंडा विकासखंड के तहत गांव पंचायत तेन्दुरा में ‘मतदाता भोज’ में शामिल न होने पर निवर्तमान ग्राम प्रधान पर दलित मतदाताओं ने कथित तौर पर धमकाने का आरोप लगाया है। दलितों ने सामूहिक तौर पर जिलाधिकारी से यहां मतदात के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है।
जिला निर्वाचन विभाग के अनुसार, बिसंडा विकास खंड की तेन्दुरा गांव पंचायत में प्रधान पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित है और 26 महिलाएं चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रही हैं, यहां तीसरे चरण में पंच दिसंबर को मतदान होना तय है। प्रधान का महत्वपूर्ण पद हासिल करने के लिए उम्मीदवारों के सिपहसलार हर तरह हथकंड़ा अपना रहे हैं।
गांव के दलित मतदाता राजेंद्र, मुन्नीलाल व छुनुक्का ने आरोप लगाया कि ‘निवर्तमान ग्राम प्रधान द्वारा अपनी पत्नी के पक्ष में आयोजित ‘मतदाता भोज’ में शामिल न होने पर उन्हें धमकाया गया है। इनका आरोप है कि उनकी बस्ती की बगल से निवर्तमान ग्राम प्रधान के खेत हैं। पक्ष में मतदान न करने पर रास्ता तक बंद करने की धमकी दी गई है।
निवर्तमान ग्राम प्रधान धीरेंद्र सिंह ने आरोपों को निराधार बताया और कहा कि ‘आरोप लगाने वाले तीनों दलित मतदाता पिछले एक हफ्ते से उनके पक्ष में प्रचार करते आए हैं। कल चुनाव प्रचार के बाद कुछ कार्यकर्ताओं को भोजन कराया जा रहा था, उनकी नाजायज मांग न पूरी करने पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।
हालांकि इलाकाई पुलिस का कहना है कि दलित मतदाताओं को धमकाने की शिकायत मिली है, मामले की जांच कराई जा रही है, साथ ही अति संवेदशील बूथ में आने वाले इस गांव में पुलिस गस्त तेज कर दी गई है।
उधर, दलितों ने जिलाधिकारी से मतदान के समय पर्याप्त पुलिस बल भेज कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है।