लखनऊ, 12 जून (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर के बेसिक शिक्षा एवं बाल पुष्टाहार मंत्री कैलाश चौरसिया पर रंगदारी मांगने और विरोध करने पर बदतमीजी का आरोप लगाया है। दूसरी ओर, मंत्री ने आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि वह अधिकारी ही भ्रष्ट है।
आरटीओ चुन्नीलाल के अनुसार, वह मंत्री के बुलाने पर उनसे मिलने गए थे, जहां पैसे की मांग की गई। मना करने पर अपशब्दों का प्रयोग करते हुए उनके साथ हाथापाई की गई।
पीड़ित अधिकारी ने इस घटना की लिखित तहरीर कटरा कोतवाली में दी है।
इधर, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री कैलाश चौरसिया ने आरटीओ चुन्नी लाल के आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा, “मैं आरटीओ की सभी बातों का खंडन करता हूं। मैंने या मेरे किसी समर्थक-साथी ने कोई अभद्र व्यवहार नहीं किया। आरटीओ के खिलाफ भ्रष्टाचार के तमाम आरोप हैं। अपने को फंसता देख वह अब मेरे व समर्थकों पर रुपये मांगने का आरोप लगा रहे हैं।”
चौरसिया ने कहा, “मेरे 20 साल के राजनीतिक जीवन में पहली बार किसी ने ऐसा आरोप लगाया है। ताजा घटनाक्रम की जानकारी परिवहन मंत्री और परिवहन आयुक्त को मैंने दे दी है। पूरे मामले की जांच के लिए शासन की टीम आ रही है, पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी।”