बांदा, 7 जून (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में बांदा जिले की तिंदवारी सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक बृजेश प्रजापति का केन नदी की जलधारा में किए जा रहे अवैध खनन से उत्पन्न पेयजल संकट के खिलाफ गुरुवार आधी रात से मवई बाईपास के पास सड़क पर दिया जा रहा धरना शुक्रवार को 12 घंटे बाद समाप्त हो गया।
विधायक प्रजापति ने बताया, “मुख्यमंत्री कार्यालय से जांच व कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद धरना समाप्त किया जा रहा है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि “जिलाधिकारी की सह पर बालू माफिया केन नदी की जलधारा में अवैध खनन कर कृत्रिम जल संकट पैदा कर रहे हैं।”
उपजिलाधिकारी (सदर) संदीप कुमार ने इसके पहले कहा, “तिंदवारी से भाजपा विधायक बृजेश प्रजापति गुरुवार रात करीब 11 बजे पहले राष्ट्रीय राजमार्ग-76 पर भूरागढ़ के पास सड़क पर धरने में बैठ गए थे, इसके कुछ देर बाद वह अपने समर्थकों के साथ मवई स*++++++++++++++++++++++++++++र्*ट हाउस के पास बांदा-कानपुर राजमार्ग पर कई चार पहिया वाहनों को सड़क पर आड़े-तिरछे लगाकर धरना दे रहे हैं। करीब नौ घंटे से सड़क पर दोनों ओर सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहे।”
उन्होंने बताया, “विधायक का आरोप है कि केन नदी की जलधारा में हो रहे अवैध खनन से बांदा शहर और आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र में पीने के पानी का संकट उत्पन्न हुआ है।”
विधायक के धरने पर जिलाधिकारी हीरालाल का कहना है, “जनप्रतिनिधि जब चाहें, जहां चाहें, धरने पर बैठ सकते हैं। रही बात अवैध खनन की तो केन नदी की जलधारा की निगरानी के लिए हर जगह पुलिस बल तैनात है, मैं खुद भी एसपी के साथ केन नदी की निगरानी के लिए जाता हूं। काफी हद तक पेयजल संकट दूर किया जा चुका है।”