वाराणसी, 17 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को ‘साइंस ऑन व्हील्स’ कार्यक्रम के जरिए गुरुत्वाकर्षण और ग्रहण जैसे वैज्ञानिक सिद्धांतों को पारंपरिक कक्षा से बाहर समझने का मौका मिलेगा।
बेंगलुरू के गैर लाभकारी शिक्षण संस्था, अगस्त्य फाउंडेशन ने शुक्रवार को ‘साइंस आन व्हील’ वैन लांच की। इस कार्यक्रम के जरिए समझने योग्य परियोजना के जरिए बच्चों के बीच विज्ञान को बढ़ावा देने की कोशिश की जाएगी।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर में स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से 16 जनवरी को शुरू हुआ वैन सालभर में प्रत्येक दिन 40-50 किलोमीटर की दूरी तय करेगा और एक स्कूल को कवर करेगा।
देशपांडे फाउंडेशन ने इसके लिए 80 स्कूलों को चिन्हित किया है। फाउंडेशन ने इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली के स्पाइस मोबिलिटी लिमिटेड की पहल ‘एक सोच फाउंडेशन’ के साथ मिलकर किया है।
देशपांड फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नवीन झा ने कहा, “यह हाथों-हाथ विज्ञान सीखने जैसा है, वरना हम विज्ञान को इतिहास की तरह पढ़ाते हैं।”
उन्होंने कहा, “हम इसे हर गांव तक ले जाएंगे, हम उनसे (बच्चों से) गुरुत्वाकर्षण का केंद्र पूछेंगे और उनकी जिज्ञासा बढ़ाएंगे।”
कार्यक्रम की शुरुआत के समय उपस्थित लड़कियों के बीच यह जल्द लोकप्रिय हो गया।
श्री अंबिका प्रसाद सिंह भैरोनाथ इंटर कॉलेज की आठवीं कक्षा की छात्रा चांदिनी बानो ने कहा, “मैंने आज विज्ञान के कई सिद्धांतों को जाना। यह बहुत रोचक था। मुझे यह बहुत अच्छा लगा।”
‘एक सोच फाउंडेशन’ की विनिता सेठी ने कहा कि वैन वैज्ञानिक नमूनों और परियोजनाओं के एक पुस्तकालय की तरह है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।