पठा खरेला निवासी वीरेंद्र की सात वर्षीय बेटी साक्षी अपने 8 वर्षीय चचेरे भाई के साथ घर में खेल रही थी। इसी दौरान घर में रखा एक अवैध तमंचा साक्षी के भाई के हाथ लग गया। उसे खिलौना समझकर वह खेलने लगा। खिलौना समझकर तमंचे से खेल रहे साक्षी के भाई से तमंचा चल गया और तमंचे से निकली गोली साक्षी को जा लगी।
गोली चलने की आवाज सुनकर घर के अन्य सदस्य भागे और देखा तो साक्षी खून से लथपथ पड़ी हुई थी। आनन-फानन में परिजन उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले गए। हालत गंभीर होने के कारण उसे झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।