लखनऊ, 7 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी में पहली नवंबर को बदमाशों की गोली से घायल सपा पार्षद अतुल यादव यहां के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती थे, जिन्हें शनिवार सुबह डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बवाल की आशंका के मद्देनजर हजरतगंज के नरही इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
हजरतगंज के नरही इलाके में बदमाशों ने सात दिन पहले पार्षद अतुल यादव उर्फ बंटू यादव (40) को गोली मारकर लहूलुहान कर दिया था। गोली लगने के बाद उनका ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में इलाज चल रहा था। शनिवार सुबह चार बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषति कर दिया।
पार्षद बंटू एक बुजुर्ग महिला की मौत पर शोक संवेदना जताने गए थे, इसी दौरान उन्हें गोली मार दी गई थी। घायल पार्षद को लोगों ने तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया था।
वारदात से इलाके में रोष व सनसनी फैल गई थी। घटना के विरोध में बंटू के समर्थकों ने सड़क पर जाम भी लगाया था।
बंटू यादव को भीड़ के बीच गोली मारकर भागने वाले हिस्ट्रीशीटर शिव यादव को पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल तमंचे के साथ सोमवार शाम गिरफ्तार कर लिया था। उसके साथ एक अन्य नामजद आरोपी को भी पकड़ा गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि बंटू यादव पर हमले के मुख्य आरोपी शिव यादव को पुलिस, क्राइम ब्रांच व सर्विलांस सेल की टीम ने सोमवार शाम सआदतगंज के तोपखाना चौपटिया में उसके फूफा प्रभुदयाल के घर से गिरफ्तार किया।
पार्षद बंटू यादव व आरोपी शिव यादव के बीच 15 साल से वर्चस्व की जंग चल रही थी। दोनों हजरतगंज कोतवाली के हिस्ट्रीशीटर हैं। इलाके में अवैध निर्माण, ठेकेदारी व अन्य विवादों के चलते बंटू व शिव में तनातनी बढ़ती जा रही थी। चार महीने पहले बंटू ने साथियों की मदद से शिव की पिटाई की थी।