भोपाल, 8 फरवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और यही कारण है कि चुनाव में पार्टी सारे दांव-पेंच आजमा रही है। इसी क्रम में भाजपा ने मध्य प्रदेश के सांसदों, विधायकों और पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं को यहां तैनात किया है।
बुंदेलखंड क्षेत्र मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश के 13 जिलों में फैला हुआ है। इसमें से छह जिले मध्य प्रदेश और सात जिले उत्तर प्रदेश में आते हैं। यूपी के चुनाव में जातीय समीकरणों पर सभी राजनीतिक दलों का जोर है। इसी बात को ध्यान में रखकर भाजपा ने सभी जातियों से जुड़े जिम्मेदार नेताओं को यहां तैनात किया है। इनमें से अधिकांश मप्र के सीमावर्ती जिलों छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, दतिया, शिवपुरी, सतना जिलों के नेता हैं।
भाजपा से मिली जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, प्रदेश प्रवक्ता व सांसद आलोक संजर, सांसद चिंतामणि मालवीय व गणेश सिंह के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं ने कानपुर प्रांत के 17 जिलों की 52 विधानसभाओं का चुनावी जिम्मा संभाला है।
मध्य प्रदेश में भाजपा के कार्यालय मंत्री सत्येंद्र भूषण सिंह ने मंगलवार को विज्ञप्ति जारी कर बताया कि उप्र विधानसभा चुनाव के चरणवार मतदान के अनुसार पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं के दल यहां पहुंच रहे हैं और स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ घर-घर पहुंचकर मतदाताओं से रू-ब-रू हो रहे हैं।