सूबे के ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में आबादी निवास करती है। रोजमर्रा की जरूरत व आवश्यक कार्य के लिए उन्हें कचहरी व तहसील के चक्कर काटना पड़ते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र हासिल करने में होती है। तहसील में कई दिन ग्रामीणों को टहलाया जाता है। समय और धन की बबार्दी सो अलग। कई मौके ऐसे भी आते हैं कि प्रमाणपत्र जमा करने की निर्धारित तिथि निकल जाती है व आवेदक हाथ मलता रह जाता है।
फिलवक्त व्यवस्था को ऑनलाइन करने की तैयारियां सभी ब्लॉकों में पूरी कर ली गई हैं। इसके लिए जरूरतमंदों को ब्लॉक में आवेदन करना होगा। इसके चंद मिनट के बाद ही जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र उसके हाथ में होगा। इस बाबत खंड विकास अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं।
जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र को ऑनलाइन करने के लिए ब्लॉक कम्प्यूटर आपरेटरों को प्रशिक्षण दिया गया है। आवेदनकर्ता कर्मचारी के पास जाकर उससे अपना नाम व ग्राम पंचायत का नाम बताएगा। इसके बाद आपरेटर कम्प्यूटर में उसका डाटा फीड करेगा। चंद मिनट में ही जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र उसके हाथों में होगा। इस व्यवस्था का लाभ लाखों ग्रामीणों को होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।