मौके पर पहुंची पुलिस को ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम न कराने की बात कहकर लौटा दिया और दोनों बच्चियों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया।
सोनवा थाना क्षेत्र अंतर्गत पकड़िया दीवान निवासी बलदेव की पत्नी अपनी दो बच्चियां 5 वर्षीय सिराजुन व 3 वर्षीय नसीबन के साथ अपने खेत में काम से गई हुई थी। मां को खेत में काम करते देख दोनों बच्चियां खेलने लगीं। दोनांे खेलते खेलते खेत के ही समीप स्थित तालाब के किनारे जा पहुंची और पैर फिसलने के कारण दोनों तालाब में गिर गईं।
काफी देर तक बच्चियों की आवाज जब मां को नहीं सुनाई पड़ी तो वह बच्चियों को खोजते हुए तालाब के पास पहुंची तो देखा कि दोनांे तालाब मंे डूब रही थी। बेटियों को तालाब में डूबती देख मां भी बचाने के लिए कूद गई। लेकिन जब तक वह अपने बेटियों के पस पहुचती तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।
बच्चियों की मौत की खबर गांव में आग की तरह फैल गई। ग्रामीणों ने दोनों का शव तालाब से निकाला। देखते ही देखते तालाब के किनारे गांव की भीड़ एकत्रित हो गई। आपसी सहमति से दोनो बच्चियों के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
जब इस संबध में सोनवा थानाध्यक्ष से बात की गई तो उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस को भेजा गया था, लेकिन ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम न कराने की बात कहकर लौटा दिया।