बांदा, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में गिरवां थाना क्षेत्र के सहेवा गांव में आठ साल पूर्व लापता छह साल के मासूम बच्चे की हत्या और उसे अपने घर में दफनाए जाने का राज आरोपी ने कथित रूप से खुद ही खोल दिया है। यह जानकारी एएसपी ने रविवार को दी।
अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) लाल भरत कुमार पाल ने बताया, “एक अगस्त, 2010 को सहेवा गांव के राजू मिश्रा का छह साल का बेटा भोला अपनी बहन रति के साथ दरवाजे के बाहर खेलता हुआ रहस्यमय तरीके से गायब हो गया था। परिजनों ने पहले गुमशुदगी दर्ज कराई, फिर पुलिस ने गांव के ही तीन लोगों हिदायत उल्ला, दलित महिला राकेश कुमारी और दुर्गा के खिलाफ अपहरण व हत्या की धाराएं बढ़ा कर उन्हें जेल भेज दिया था। तब तमाम प्रयासों के बाद भी बच्चे का शव नहीं बरामद हो सका था। हालांकि अदालत ने 2016 में साक्ष्यों के अभाव में तीनों को बरी कर दिया है।”
उन्होंने बताया, “अभी दो-तीन दिन पहले गांव के रंगीलाल और राजू मिश्रा के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। कहासुनी के दौरान आवेश में आकर रंगीलाल ने उसके बच्चे की हत्या कर शव गायब कर देने की बात कह दी। यह बात राजू ने पुलिस को बताई और गिरवां पुलिस ने रंगीलाल को हिरासत में ले पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उसने बच्चे की हत्या कर शव अपने घर में दफनाए जाने की बात कबूल कर ली। पुलिस ने जिलाधिकारी से अनुमति लेकर शनिवार को मजिस्ट्रेट की निगरानी में उसके घर की चिन्हित जगह की खुदाई की, जहां से हड्डियां और बच्चे की सड़ी हुई टी-शर्ट बरामद हुई है। बच्चे की टी-शर्ट से परिजनों ने शिनाख्त की है।”
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया, “शनिवार को तीन चिकित्सकों के पैनल ने बरामद हड्डियों का पोस्टमॉर्टम किया और तीन हड्डियां डीएनए जांच के लिए भेजी गई हैं। इस मामले में रंगीलाल, भाई अच्छेलाल, उसके पिता और बेटे को हिरासत में लिया गया है और पुराने मुकदमे के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।”