देहरादून, 28 मार्च (आईएएनएस)। सरकार की बर्खास्तगी के बाद इस्तीफा दे चुके उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत 34 विधायकों के साथ सोमवार को राज्यपाल के.के. पॉल से मिले। वह दोपहर करीब एक बजे राजभवन पहुंचे और राज्यपाल के सामने अपना पक्ष रखा।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तराखंड इकाई ने दावा किया है कि वह विधानसभा में अब बड़ी पार्टी है, उसे बहुमत साबित करने का मौका दिया जाए।
कांग्रेस विधायक दिनेश अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत है। पूर्व संसदीय कार्य मंत्री इंदिरा हृदयेश ने भी कहा कि कांग्रेस के पक्ष में 34 विधायक हैं, इनमें एक बसपा विधायक भी शामिल हैं।
दूसरी ओर, सोमवार को दोपहर डेढ़ बजे उत्तराखंड भाजपा के विधायक दिल्ली से देहरादून पहुंच गए। भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि भाजपा बहुमत साबित करने के लिए तैयार है।
सभी विधायकों के देहरादून पहुंचने के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री निशंक ने कहा कि उत्तराखंड को शर्मसार करने वाले को शर्म क्यों नहीं आ रही है, विधायकों की सौदेबाजी करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कुर्सी का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं।
दिल्ली से लौटे भाजपा विधायकों के स्वागत में हजारों की संख्या में उसके समर्थक जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर मौजूद रहे। उन्होंने फूलमाला पहनाकर विधायकों का स्वागत किया गया। समर्थक ढोल की थाप पर झूमते नजर आए।
भाजपा नेता तीरथ सिंह रावत ने कहा, “हरीश रावत सरकार का अंत होने से उत्तराखंड से भ्रष्टाचार खत्म हो गया है।” साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार की सिफारिश पर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के प्रति आभार व्यक्त किया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि हरीश रावत और विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने राज्य को लूटा है। सरकार को बर्खास्त किए जाने के मामले में हरीश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम बेवजह ले रहे हैं।