बेंगलुरू, 3 मई (आईएएनएस)। नेपाल में आए भूकंप की चेतावनी देने वाले भूवैज्ञानिकों ने उत्तराखंड में भी ऐसा ही भूकंप आने की संभावना व्यक्त की है।
जवाहर लाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च, बेंगलुरू से संबद्ध शोध के लेखक सी.पी. राजेंद्रन ने बताया, “भूदृश्य और भूक्षरण की दर से पता चलता है कि उत्तराखंड में जमीनी परत के विच्छेदन (डकॉलमेंट) के कारण उत्तराखंड में बड़ा भूकंप आने की संभावना बनती है।”
वैज्ञानिकों ने मार्च में अपने अध्ययन में बताया था, “लगभग 700 किलोमीटर लंबी केंद्रीय भूंकपीय खाई, हिमालय के अग्र भाग का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो पिछले 200-500 सालों के दौरान आए एक बड़े भूकंप में विच्छेदित नहीं हुआ है।”
वैज्ञानिकों ने चेताया, “इस लंबी भूकंपीय निष्क्रियता के कारण एक लाख से अधिक आबादी वाले इस क्षेत्र में बड़ा भूकंप आने का खतरा है।”
नेपाल में 25 अप्रैल को आए 7.9 तीव्रता वाले भूकंप में मरने वालों की संख्या 7,000 से अधिक हो चुकी है। भूकंप में हजारों लोग घायल हुए हैं और लाखों लोग बेघर हो गए हैं।
वैज्ञानिकों के विश्लेषण के मुताबिक, मध्य हिमालयी भूकंपीय खाई के पश्चिमी हिस्से में एक अन्य बड़ा भूकंप आने की प्रबल संभावना है।
खासतौर से डेटा सेट उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र आधार में विशिष्ट भौगोलिक संक्रमण की ओर इंगित करता है।
यह शोध ‘लीथोस्पेयर’ जर्नल में प्रकाशित हुआ है।