मुंबई, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। साल के आखिरी सप्ताह घरेलू शेयर बाजार मजबूती के साथ बंद हुए। बीते सप्ताह पांच में से तीन कारोबीरी सत्र में मजबूती रही। सप्ताह की शुरुआत में सेंसेक्स के 26,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे लुढ़कने के बाद यह वापस इस स्तर पर लौटने में कामयाब रहा। निफ्टी भी वापस 8,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर पर लौट आया।
घरेलू बाजार में शुक्रवार यानी 30 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 585.75 अंकों यानी 2.24 फीसदी की मजबूती के साथ 26,626.46 पर रहा जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों का संवेदी सूचकांक निफ्टी 200.05 अंकों यानी 2.5 फीसदी की मजबूती के साथ 8,185.80 पर रहा।
बीएसई मिडकैप सूचकांक में 2.3 फीसदी की मजबूती रही। बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 2.11 फीसदी की मजबूती रही।
बीते सप्ताह बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करों में बढ़ोतरी के संकेतों के बाद घरेलू बाजार में 26 दिसंबर यानी सोमवार को सेंसेक्स 233.60 अंकों यानी 0.9 फीसदी की गिरावट के साथ 25,807.10 पर रहा जो 21 नवंबर के बाद का सबसे निचला स्तर है।
बाजार में मंगलवार यानी 27 दिसंबर को हल्की कमजोरी रही। इस दौरान सेंसेक्स 406.34 अंक यानी 1.57 फीसदी की कमजोरी के साथ 26,213.44 पर रहा जो 21 दिसंबर 2016 के बाद सबसे निचला स्तर रहा।
बाजार में बुधवार यानी 28 दिसंबर को कोराबर काफी उथल-पुथल भरा रहा। सेंसेक्स 2.76 अंकों यानी 0.01 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ 26,210.68 पर रहा जो 26 दिसंबर के बाद सबसे निचला स्तर है।
मजबूत वैश्विक संकेतों के बीच शेयर बाजार में 29 दिसंबर यानी गुरुवार को मजबूती रही। सेंसेक्स 155.47 अंकों यानी 0.59 फीसदी की मजबूती के साथ 26,366.15 पर रहा जो 19 दिसंबर के बाद इसका सबसे ऊपरी स्तर रहा।
बीते सप्ताह शुक्रवार यानी 23 दिसंबर को बाजार में मजबूती रही। सेंसेक्स 61.10 अंकों यानी 0.24 फीसदी की गिरावट के साथ 26,040.70 पर रहा जो 21 दिसंबर के बाद सबसे उच्चतम स्तर रहा।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 27 में मजबूती जबकि तीन में गिरावट रही। सेंसेक्स में आईटीसी में सर्वाधिक 7.18 फीसदी की मजबूती रही। सन फार्मा में 0.95 फीसदी, डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज में 1.52 फीसदी की मजबूती रही। सिप्ला में सर्वाधिक 2.5 फीसदी की गिरावट रही।
घरेलू घटनाक्रमों की बात करें तो नोटबंदी की 50 दिनों की अवधि 30 दिसंबर को समाप्त हो गई। प्रधानमंत्री मोदी 31 दिसंबर को देश को संबोधित कर सकते हैं।