नई दिल्ली, 18 सितम्बर (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी स्थित सैन्य शिविर पर हुए हमले के बाद पाकिस्तान को ‘आतंकवादी देश’ करार देते हुए उसे अलग-थलग करने की मांग की।
उन्होंने उड़ी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया, जिसमें 17 जवान शहीद हो गए।
राजनाथ ने एक ट्वीट में कहा, “मैं आतकंवाद और आतंकवादी संगठनों को निरंतर और सक्रिय समर्थन देने के पाकिस्तान के रवैये से बेहद निराश हूं। पाकिस्तान एक आतंकवादी देश है और उसे अलग-थलग किया जाना चाहिए।”
हथियारों से लैस आतंकियों ने उड़ी में रविवार सुबह सेना के शिविर पर हमला कर दिया, जिसमें 17 जवानों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। सुरक्षा बलों ने सभी चार हमलावरों को ढेर कर दिया।
गृह मंत्री ने कहा, “(इस बात के) निश्चित और निर्णायक संकेत मिले हैं कि उड़ी हमले के षड्यंत्रकारी उच्च प्रशिक्षित, भारी हथियारों और विशेष उपकरणों से लैस थे।”
राजनाथ ने कहा कि वह ‘बेहद दुखी’ हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं।
उन्होंने कहा, “मैं शहीद हुए जवानों के परिवारों के साथ हृदय से संवेदनाएं प्रकट करता हूं। इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।”
राजनाथ ने इससे पहले एक सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, गृह सचिव राजीव महर्षि और वरिष्ठ नागरिक और सुरक्षा अधिकारी भी सम्मिलित हुए।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में अधिकारियों ने राजनाथ सिंह को हमले से संबंधित विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया और ‘पड़ोसी देश’ द्वारा प्रायोजित ‘नापाक गतिविधियों’ पर खुफिया एजेंसियों की जानकारी साझा की।
उन्होंने कहा कि सरकार मानती है कि यह हमला सीमा पार से प्रायोजित है। हालांकि सरकारी अधिकारियों ने इस संबंध में फिलहाल किसी आतंकवादी संगठन का सीधे तौर पर नाम नहीं लिया है।
राजनाथ सिंह ने जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल एन.एन.वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से भी बात की।
उन्होंने मौजूदा अशांत स्थिति के मद्देनजर रूस और अमेरिका का दौरा भी स्थगित कर दिया है।