वाशिंगटन, 17 जनवरी (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि जबतक परमाणु समझौते को लेकर कूटनीतिक बातचीत जारी रहती है, तबतक वह ईरान पर नए प्रतिबंध लागू करने को मंजूरी नहीं देंगे और नए प्रतिबंधों से संबंधित प्रस्तावित द्विदलीय कानून को वीटो के जरिए खारिज कर देंगे।
एबीसी न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “अगर मेरे पास इस तरह का कोई कोई विधेयक आता है, तो मैं उसे वीटो करूंगा।”
ओबामा ने कहा, “इस तरह का प्रतिबंध लगाने से वार्ता कमजोर होगी।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस को संयम बरतने की जरूरत है।”
राष्ट्रपति ने कहा, “यदि हम उस समझौते तक नहीं पहुंच पाते हैं, जिसमें ईरान द्वारा परमाणु बम न बनाने को लेकर किसी तरह का आश्वासन मिले, तब मैं वह पहला व्यक्ति होऊंगा, जो खुद कांग्रेस को कहूंगा कि अब कड़े कदम उठाने का समय आ गया है।”
कांग्रेस में रिपब्लिकन तथा डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद ईरान की अर्थव्यवस्था पर अगले दौर के प्रतिबंध का दबाव डाल रहे हैं।
ओबामा ने शुक्रवार को कहा, ईरान के साथ समझौते की संभावना 50-50 फीसदी से कम है, लेकिन उन्होंने कहा कि परमाणु गतिरोध दूर करने का दशकों के दौरान वार्ता का यह सबसे बढ़िया मौका है।
वार्ता का अगला दौर ईरान तथा अमेरिका के वार्ताकारों के बीच जेनेवा में पहले ही शुरू हो चुका है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कैमरन ने भी नए प्रतिबंधों पर कांग्रेस को चेतावनी दी और कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर सांसदों को ब्रिटेन के विचार का अनुसरण करने के लिए कहेंगे।
कैमरन ने कहा, “इस महत्वपूर्ण समझौते के लिए एक देश जो अमेरिका के साथ खड़ा है, उसकी यह राय है कि और प्रतिबंध लगाने से वार्ता कमजोर होगी।”
व्हाइट हाउस के अधिकारी जोश अर्नेस्ट ने गुरुवार को कहा कि ईरान में तीन अमेरिकियों की हिरासत तथा वहां गुम हुए चौथे व्यक्ति का मामला अनसुलझा रहने के बावजूद इसका प्रभाव परमाणु वार्ता पर नहीं पड़ेगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।