कोलकाता, 28 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने बुधवार को कहा कि वह अपने क्रिकेट करियर में घरेलू मैदान ईडन गरडस पर अंतर्राष्ट्रीय मैच में शतक लगाने को लेकर सर्वाधिक डरे हुए थे।
गांगुली ने कहा, “मुझे हमेशा इस बात का डर लगा रहता था कि ईडन गरडस में मैं कभी भी शतक नहीं लगा सकूंगा। लेकिन अंतत: पाकिस्तान के खिलाफ मैंने यहां अपना पहला शतक लगाया।”
गांगुली ने अपने करियर के सबसे बड़े डर पर एक दिसंबर, 2007 में जीत पा ली, जब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में 102 रनों की पारी खेली।
संयोग से ईडन गरडस पर गांगुली का यह आखिरी मैच रहा।
गांगुली ने ईडन में कुल आठ टेस्ट मैच और चार अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय मैच खेल, जिसमें यह उनका एकमात्र शतक रहा।
बंगाल के पूर्व खिलाड़ी राजू मुखर्जी की पुस्तक ‘ईडन गरडस-लीजेंड एंड रोमांस’ के अनावरण के मौके पर गांगुली ने भी अपनी स्मृतियां साझा कीं।
गांगुली ने हालांकि कहा कि वह पुनर्निर्मित स्टेडियम की अपेक्षा पुराने स्टेडियम को अधिक पसंद करते थे।
गांगुली ने कहा, “स्टेडियम का मैदान पूरी तरह बदल दिया गया है, पूराने स्टैंड भी बदले गए और अब पूरा स्टेडियम नया रूप ले चुका है। इसके बावजूद मुझे पुराना स्टेडियम अधिक पसंद था, क्योंकि वह कहीं अधिक भव्यता लिए और आकर्षित करने वाला था।”
गांगुली ने कहा कि ईडन उनका हमेशा से पसंददीदा स्टेडियम रहा है और आस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां मिली जीत को उन्होंने ईडन पर सबसे यागदार लम्हा बताया।
ईडन में खेलने के आकर्षण का उदाहरण देते हुए गांगुली ने बताया कि एक बार इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टर कुक ने उनसे ईडन में एक मैच करवाने का अनुरोध किया था।