नई दिल्ली, 17 दिसम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को इस्तीफा देना ही होगा या फिर उन पर लगे ‘गंभीर आरोपों’ को देखते हुए उन्हें बर्खास्त किया जाए।
अरविंद ने ट्वीट किया, “क्या जेटली द्वारा मीडिया के सामने आरोपों से इनकार किए जाने को ही अंतिम सच माना जा सकता है? उनके खिलाफ बेहद गंभीर आरोप हैं। वह जांच से भाग क्यों रहे हैं?”
अरविंद ने अगले ट्वीट में लिखा, “अगर जेटली को बिना जांच के छोड़ दिया जाता है तो क्या कोयला घोटाले और 2जी घोटाले के सभी आरोपियों को भी नहीं छोड़ देना चाहिए?”
उन्होंने आगे कहा, “जेटली के खिलाफ बेहद गंभीर आरोप हैं। घोटाले से जुड़ी राशि काफी अधिक है। या तो वह इस्तीफा दें या निष्पक्ष जांच के लिए उन्हें बर्खास्त किया जाए।”
गौरतलब है कि जेटली ने आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में हुए कथित वित्तीय अनियमितता के लिए अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को खारिज किया है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी उनका समर्थन किया है।
उल्लेखनीय है कि डीडीसीए में जिस अवधि के दौरान इन अनियमितताओं के होने के आरोप हैं, उस दौरान जेटली ही डीडीसीए के अध्यक्ष थे।
भारत के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी बिशन सिंह बेदी ने भी जेटली के खिलाफ आवाज उठाई है और कहा, “अगर डीडीसीए में सबकुछ ठीक-ठाक था तो न्यायालय ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फिरोजशाह कोटला में हुआ चौथा टेस्ट मैच न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मुकुल मुद्गल की निगरानी में कराने का आदेश क्यों दिया? क्या कोई इस संबंध में मेरा ज्ञान बढ़ाएगा?”
अरविंद ने बेदी की टिप्पणी को रीट्वीट करते हुए कहा, “बिल्कुल सही मुद्दा उठाया है आपने।”
बेदी ने आगे ट्वीट किया, “इतना ही नहीं, यदि डीडीसीए में किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं हुआ, तो बीसीसीआई ने डीडीसीए के सारे भुगतान क्यों रोक दिए और डीडीसीए के अध्यक्ष को क्यों हटाया गया?”
अरविंद ने बेदी के इस ट्वीट को भी रीट्वीट किया और कहा, “सहमत हूं।”